लखनऊ, 20 जून (भाषा) यूजीसी नेट की परीक्षा में पेपर लीक होने से नाराज लखनऊ विश्वविद्यालय के बाहर समाजवादी छात्र सभा और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई)के छात्रों ने प्रदर्शन किया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की।
समाजवादी छात्र सभा और एनएसयूआई के दर्जनों छात्र सदस्य बृहस्पतिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के भाऊराव देवरस द्वार के बाहर एकत्र हुए और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के खिलाफ नारे लगाए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग करते हुए एक प्रदर्शनकारी ने पीटीआई वीडियो से कहा, ‘हमने नेट परीक्षा के लिए एक साल से अधिक समय तक कड़ी मेहनत की है, जिसे रद्द कर दिया गया है। यह हमारे साथ अन्याय है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।’
शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द करने का आदेश दिया था, क्योंकि ऐसी जानकारी मिली थी कि परीक्षा का पेपर लीक हुआ था और गहन जांच के लिए इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है।
प्रदर्शनकारी छात्रों को सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर के अंदर प्रवेश करने से रोका गया, इसलिए वे इसके बाहर बैठ गए और अपना विरोध जारी रखा।
समाजवादी पार्टी के कुछ सदस्यों ने भी परीक्षा रद्द किए जाने के खिलाफ नारे लगाए और राज्य की राजधानी के हजरतगंज चौराहे पर मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ-साथ अन्य विपक्षी दलों ने भी नेट परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है ।
भाषा जफर मनीषा रंजन
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