एसटीएफ ने अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन ठगों को लखनऊ में गिरफ्तार किया

एसटीएफ ने अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन ठगों को लखनऊ में गिरफ्तार किया

एसटीएफ ने अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन ठगों को लखनऊ में गिरफ्तार किया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:03 pm IST
Published Date: August 17, 2021 8:30 pm IST

लखनऊ, 17 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने मंगलवार को राजधानी लखनऊ से ठगी में लिप्त अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मुख्यालय से मंगलवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।

एसटीएफ के अनुसार ठगी करके लूट को अंजाम देने वाले संगठित गिरोह के मास्‍टर माइंड राशिद अहमद उर्फ अजय शर्मा निवासी ग्राम मुल्‍लनपुर, थाना हथिग्राम जिला फतेहपुर, विजय प्रधान निवासी कोहानीपुर थाना मौरावां, जिला उन्नाव (मूल निवासी सिक्किम) और अजीत मौर्य निवासी जलालपुर थाना मनकापुर, गोंडा को लखनऊ के गोमतीनगर थाना इलाके से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने छह मोबाइल फोन, चार लाख 32 हजार रुपये, एक मोटर साइकिल और एक टाटा सफारी गाड़ी बरामद की है। पुलिस के अनुसार अजीत मौर्य समाजवादी पार्टी का पूर्व जिला पंचायत सदस्य है। पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में लूट, धोखाधड़ी, मारपीट व धमकी की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

बयान के अनुसार मुखबिर की सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने गोमतीनगर थाना क्षेत्र के बैडमिंटन एकेडमी के पास मंगलवार की शाम को तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में राशिद अहमद ने बताया कि पिछले आठ अगस्त को उसने डॉक्टर पार्थ को छह लाख रुपये के बदले सात लाख 20 हजार रुपये देने का लालच देकर लोहिया पार्क, लखनऊ के पास बुलाया और अजीत मौर्य व विजय प्रधान के साथ मिलकर उसके रुपये छीन लिये। इस गिरोह ने 15 अगस्त को वाराणसी निवासी राजेंद्र सिंह से बड़े नोटों के बदले 20 प्रतिशत अधिक छोटे नोट देने का लालच देकर बुलाया था। राजेंद्र सिंह जब अभियुक्तों के बुलाने पर पहुंचे तो उनके पास 32 हजार रुपये थे, जिसे इस गिरोह के सदस्यों ने छीन लिया। इस गिरोह ने अपने द्वारा की गई ठगी के कई मामलों की जानकारी पुलिस को दी है एसटीएफ के अनुसार इस गिरोह का जाल उत्‍तर प्रदेश, मुंबई, बिहार, दिल्ली आदि राज्यों में फैला है। गिरोह के अन्‍य सदस्‍यों के बारे में जानकारी की जा रही है।

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भाषा आनन्द

रंजन पवनेश

पवनेश


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