लखनऊ, 10 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के ‘पीडीए’ (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) की नई परिभाषा देते हुए इसे दंगाइयों और अपराधियों का ‘प्रोडक्शन हाउस’ करार दिया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान पीडीए का नारा दिया था। पार्टी ने पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग को सम्बोधित इस नारे का इस्तेमाल इस साल सम्पन्न संसदीय चुनाव में भी किया था, जिसमें उसने लोकसभा चुनाव में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 37 सीट जीती थीं।
आदित्यनाथ ने आम्बेडकर नगर जिले की कटेहरी विधानसभा सीट पर आगामी 20 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के सिलसिले में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ”सपा पीडीए की बात करती है… लेकिन आपको बता दें कि उनका पीडीए क्या है। यह दंगाइयों और अपराधियों का प्रोडक्शन हाउस है। मैं आपको यह नई परिभाषा दे रहा हूं।”
उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े अपराधी, माफिया या दंगाई को याद रखें… वे सपा के ‘प्रोडक्शन हाउस’ से ही निकलें हैं।
मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा को लेकर भी सपा पर हमले किये। उन्होंने कहा, ”देख सपाई, बिटिया घबराई।”
अयोध्या और कन्नौज में कथित बलात्कार और लखनऊ में एक महिला के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं का उदाहरण देते हुए, आदित्यनाथ ने कहा, ”सपा ने अयोध्या के बलात्कारी को क्लीन चिट देकर बचाने की कोशिश की और अन्य घटनाओं पर भी ऐसा ही किया।”
उन्होंने कहा कि माफिया अतीक अहमद, खान मुबारक भी इसी ‘प्रोडक्शन हाउस’ के हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”जब ‘डबल इंजन’ की सरकार बनी और उसने अपना असली चेहरा उन्हें दिखाया, तो उनके ‘राम नाम सत्य’ में देर नहीं हुई।”
उन्होंने कहा कि भाजपा वंशवादी या जातिवादी राजनीति नहीं करती है बल्कि वह महान हस्तियों का सम्मान करती है।
भाषा सलीम नोमान
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