लखनऊ : कल अपने जन्मदिन के मौके पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा फैसला किया था। उन्होंने बताया था कि इसी साल होने वाले लोकसभा चुनाव में उनकी बहुजन समाज पार्टी पूरी ताकत से अकेले ही चुनाव लड़ेगी। मायावती के इस बयान के सामने आने के बाद यह भी साफ़ हो गया कि वह विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेंगी। जबकि कुछ दिन पहले ही अखिलेश यादव ने उन्हें गठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया था। लेकिन इसके उलट मायावती ने उलटे ही अखिलेश यादव पर जमकर हमला भी बोला था।
वही मायावती के फैसले के बाद कांग्रेस और समाजवादीर्टी आगे की तैयारी में जुट गए हैं। इण्डिया गठबंधन के तहत कांग्रेस राज्य स्तर पर क्षेत्रीय दलों के सीटों के बंटवारे की कवायद में जुटी हुई हैं लिहाजा उत्तर प्रदेश के लोकसभा सीटों के बंटवारे पर दोनों पार्टी कल यानी 17 जनवरी को बैठक करने जा रही हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसकी पुष्टि की हैं।
मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इंडिया गठबंधन में सीटों पर बातचीत के लिए सपा ने प्रो. रामगोपाल यादव, सांसद जावेद अली, विधायक संग्राम सिंह यादव व लालजी वर्मा और पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह का पैनल बनाया है। 12 जनवरी की प्रस्तावित बैठक में भाग लेने ये सभी नेता दिल्ली पहुंच भी गए थे। सपा सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद का बैठक टालने के लिए फोन आया। इसके बाद यह बैठक 15 जनवरी यानी कल होनी थी। लेकिन कांग्रेस का होमवर्क पूरा नहीं हो सका था, इसलिए बैठक टालने पड़ी। अब यह बैठक 17 जनवरी को होने जा रही है।