हाथरस के घर में मिला 30 साल पहले दफनाये गये व्यक्ति का कंकाल : मुकदमा दर्ज

हाथरस के घर में मिला 30 साल पहले दफनाये गये व्यक्ति का कंकाल : मुकदमा दर्ज

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  • Publish Date - September 29, 2024 / 09:21 PM IST,
    Updated On - September 29, 2024 / 09:21 PM IST

आगरा, 29 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक घर के आंगन से लगभग 30 साल पहले लापता हुए एक व्यक्ति का कंकाल बरामद किया गया है। पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।

पुलिस अधिकारियों ने रविवार को बताया कि हाथरस के मुरसान थाना क्षेत्र के गिलौंदपुर गांव के एक घर में पिछले बृहस्पतिवार को एक मानव कंकाल बरामद किया गया था और यह कंकाल संदिग्ध रूप से बुध सिंह का है जो 1994 में लापता हो गये थे। उनके बेटे पंजाबी सिंह ने इस सिलसिले में शिकायत दर्ज कराई थी।

परिवार के सबसे छोटे बेटे पंजाबी सिंह ने हाथरस के जिलाधिकारी रोहित पांडे के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पिता की 30 साल पहले हत्या कर दी गई थी और उसके दो बड़े भाइयों और उसी गांव के एक निवासी ने उसके पिता के शव को उसी के घर में दफना दिया था।

जिलाधिकारी के आदेश पर पिछले बृहस्पतिवार की रात करीब नौ बजे पुलिस की मौजूदगी में खोदाई का काम शुरू हुआ और एक कंकाल मिला।

मुरसान के थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि पंजाबी सिंह ने अपने पिता बुध सिंह की हत्या के संबंध में हाथरस के जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने गत शनिवार को मामले में पंजाबी सिंह की मां, दो बड़े भाइयों और उसी गांव के एक निवासी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

विजय कुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘पंजाबी सिंह ने बताया कि उसके पिता बुद्ध सिंह की हत्या उसके दो बड़े भाइयों और गांव के ही एक अन्य व्यक्ति ने की है।’

उन्होंने बताया कि बुध सिंह की मृत्यु के समय पंजाबी की उम्र नौ वर्ष थी।

थाना प्रभारी ने बताया कि खुदाई के दौरान घर से मिले कंकाल को पोस्टमार्टम और डीएनए जांच के लिए भेज दिया गया।

उन्होंने बताया कि पेशे से किसान रहे बुध सिंह और उनकी पत्नी उर्मिला के चार बेटे प्रदीप, मुकेश, बस्तीराम और पंजाबी सिंह हैं। बुध सिंह साल 1994 में अपने घर से लापता हो गये थे और फिर कभी नहीं लौटे।

शिकायतकर्ता पंजाबी सिंह ने पुलिस को बताया कि 30 साल पहले जून 1994 में उसके पिता और बड़े भाइयों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था तथा उसे आशंका थी कि उसके पिता के लापता होने में उसके भाइयों का हाथ है।

पुलिस के मुताबिक, पंजाबी सिंह को यह भी संदेह था कि उसके भाइयों ने अपने पिता की हत्या करने के बाद शव को घर में ही दफना दिया है।

भाषा सं सलीम नोमान

नोमान