आरएसएस की प्रमुख बैठक में होगी बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रभाव, इंटरनेट के विनियमन पर चर्चा

आरएसएस की प्रमुख बैठक में होगी बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रभाव, इंटरनेट के विनियमन पर चर्चा

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  • Publish Date - October 23, 2024 / 07:24 PM IST,
    Updated On - October 23, 2024 / 07:24 PM IST

मथुरा (उप्र), 23 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शुक्रवार से शुरू होने वाली दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रतिकूल प्रभाव और सरकार द्वारा इंटरनेट के विनियमन पर चर्चा की जाएगी। संगठन ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी।

आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बुधवार को मथुरा में एक प्रेस वार्ता में बताया कि संघ 2025 में अपने शताब्दी वर्ष से पहले संगठन के विस्तार की अपनी योजना पर भी चर्चा करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘विजयादशमी के संबोधन के दौरान सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा समाज की एकता और भ्रम को रोकने सहित जिन विषयों का उल्लेख किया गया था, उन पर चर्चा की जाएगी। समाज को एकजुट रखने और किसी भी तरह के भ्रम में पड़ने से बचने के लिए आवश्यक प्रयासों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।’’

उन्होंने कहा कि भागवत ने यह विषय भी उठाया था कि किस प्रकार बच्चों को सोशल मीडिया के जरिये भ्रमित किया जा रहा है। आंबेकर ने कहा कि संघ प्रमुख ने ऐसी सामग्री के विपरीत परिणामों की भी चेतावनी दी थी तथा इस पर सरकार द्वारा नियंत्रण की आवश्यकता की जरूरत बताई थी।

आंबेकर ने कहा कि बैठक के दौरान शांति, सद्भाव और सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देने पर भी चर्चा होगी तथा इस दिशा में जारी प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर आरएसएस का विस्तार कैसे जारी रखा जाए, इस पर चर्चा होगी।

प्रचार प्रमुख ने विशिष्ट जनों, महर्षि दयानन्द सरस्वती, भगवान बिरसा मुंडा, अहिल्या बाई होल्कर, रानी दुर्गावती व झारखंड के देवघर में सत्संग संचालक संत अनुकूल चंद्र ठाकुर के कार्यों का उल्लेख करते हुए उन लोगों की जयंती मनाने के बारे में भी रूपरेखा तय किए जाने की बात कही।

आंबेकर ने कहा, ‘‘विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उनके विचारों और शिक्षाओं को समाज के साथ साझा किया जाएगा।’’

आंबेकर ने बताया कि बैठक में सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और सभी सह सरकार्यवाह समेत कुल 393 सदस्य भाग लेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘सभी नेता अपने-अपने प्रांतों में पूरे वर्ष किए गए कार्यों को साझा करेंगे और विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे। वे आगामी वर्ष के लिए लक्ष्य और योजनाओं की रूपरेखा भी तैयार करेंगे और इन मामलों पर मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे।’’

भाषा सं जफर राजकुमार शफीक

शफीक