हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश), पांच नवंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर जिले के अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र नादौन में मंगलवार को लोगों की समस्याएं सुनते हुए कहा कि जनता की शिकायतों का समाधान करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
नादौन के पुतरियाल गांव में ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सुक्खू ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यक्रम के दौरान लोगों से प्राप्त हुईं 147 शिकायतों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्रियों को इस पहल में शामिल होने के लिए कहा गया है जिससे समयबद्ध तरीके से जनता की समस्याओं का समाधान किया जा सके।
यहां जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि ‘सरकार गांव के द्वार’ पहल सीधे तौर पर सरकार और जनता के बीच बातचीत करने की सुविधा प्रदान करती है, जिससे समस्याओं का त्वरित समाधान हो पाएगा। साथ ही क्षेत्रीय विकास के लिए जनता के सुझावों को भी शामिल किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार जल्द ही राज्य में विधवाओं और अपने बच्चों का अकेले पालन-पोषण करने वाली माताओं के 23,000 बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करेगी।
सुक्खू ने पुतरियाल गांव के विकास के लिए कई परियोजनाओं की घोषणा करते हुए कहा कि लालू-धनियारा सड़क और गांव से तलाई तक एक नयी सड़क के निर्माण के लिए प्रयास जारी हैं।
सुक्खू ने कहा, ‘‘हमीरपुर जिले के साथ-साथ पूरे राज्य में सभी सड़कों को डबल लेन में तैयार किया जा रहा है।लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाला पानी उपलब्ध कराने के भी प्रयास किए जाएंगे।’’
मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में वित्तीय कुप्रबंधन के लिए पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को दोषी ठहराते हुए दावा किया कि उसने केवल मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्त बिजली, पानी और बस यात्रा की पेशकश की थी।
सुक्खू ने कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा) लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने की बजाय राजनीति को प्राथमिकता दी, जिससे राज्य के संसाधनों का नुकसान हुआ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नादौन मेरी कर्मभूमि रही है और मैंने 20 से अधिक साल तक यहां के लोगों की सेवा की है। मुख्यमंत्री के रूप में मैं समर्पण और निष्ठा के साथ राज्य के लोगों की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा।’’
भाषा प्रीति माधव
माधव