रामायण प्रत्येक सनातनी के घर होनी चाहिए, यह जीवन जीने का तरीका सिखाती है: अरुण गोविल

रामायण प्रत्येक सनातनी के घर होनी चाहिए, यह जीवन जीने का तरीका सिखाती है: अरुण गोविल

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  • Publish Date - January 26, 2025 / 12:38 AM IST,
    Updated On - January 26, 2025 / 12:38 AM IST

मेरठ/हापुड़ (उप्र) 25 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय सांसद और छोटे पर्दे पर ‘रामायण’ धारावाहिक में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले मशहूर अभिनेता अरुण गोविल शनिवार को अपनी पत्नी श्रीलेखा गोविल के साथ घर-घर रामायण अभियान में शामिल हुए और इस धार्मिक ग्रंथ का वितरण किया।

गोविल ने अपने संसदीय क्षेत्र के ही हापुड़ जिले में भी घर-घर रामायण अभियान के तहत बाबूगढ़ मंडल में बाबूगढ़ व गांव होशियारपुर गढ़ी में रामायण का वितरण किया। इस मौके पर सांसद ने कहा कि रामायण प्रत्येक सनातनी के घर होनी चाहिए और प्रतिदिन इसका पाठ करने से मन शांत होता है तथा यह जीवन जीने का तरीका सिखाती है।

मेरठ के भाजपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत पहला कार्यक्रम लज्जा फार्म हाउस, फतेहपुर नारायण गांव में और दूसरा कार्यक्रम सामुदायिक केंद्र, कैली गांव में आयोजित हुआ।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणों, स्थानीय निवासियों और समाजसेवियों ने भाग लिया।

गोविल ने अपने संबोधन में कहा, “यह अभियान मेरा व्यक्तिगत अभियान नहीं है, बल्कि यह आप सभी का अभियान है। यह पूरे देश और राष्ट्र का अभियान है। हमें इस अभियान में पूरे मनोयोग और उत्साह से भाग लेना चाहिए। इसी के माध्यम से हम अपनी संस्कृति को विश्व पटल पर स्थापित कर सकते हैं।”

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘हमारा देश अपनी प्राचीन और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। इस अभियान का उद्देश्य न केवल हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करना है, बल्कि समाज में पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों को बढ़ावा देना भी है।’’

गोविल ने कहा कि इससे देश में एकता और समरसता का वातावरण निर्मित होगा, जो सामाजिक और राष्ट्रीय प्रगति के लिए आवश्यक है।

कार्यक्रम के दौरान रामायण के महत्व पर चर्चा की गई और इसे घर-घर तक पहुंचाने के लिए ग्रामीणों तथा समाज के सभी वर्गों से सहयोग की अपील की गई। इस पहल को समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का माध्यम बताया गया। उपस्थित लोगों ने सांसद अरुण गोविल के विचारों का समर्थन किया और इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।

भाषा सं आनन्द नेत्रपाल

नेत्रपाल