प्रतापगढ़: Vishakha Tripathi Accident News यमुना एक्सप्रेसवे से दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। इस हादसे में कृपालु महाराज की एक बेटी की मौत हो गई। यमुना एक्सप्रेसवे पर कृपालु महाराज की बेटियों की कार को एक कैंटर ने टक्कर मार दी, जिससे उनकी बेटी विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान कार में उनकी तीनों बेटियां सवार थीं। वहीं, दो अन्य बेटियों और ड्राइवर को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि कृपालु महाराज की भी सड़क हादसे में ही मौत हुई थी।
Vishakha Tripathi Accident News मिली जानकारी के अनुसार कुंडा के भक्ति धाम मनगढ़ के संस्थापक जगदगुरु कृपालु महाराज की तीनों बेटियां भक्ति धाम कृपालु परिषद की अध्यक्ष 72 वर्षीय डॉ. विशाखा त्रिपाठी, 68 वर्षीय डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और 66 वर्षीय डॉ. श्यामा त्रिपाठी शनिवार रात कार से दिल्ली जा रही थीं। कार में दो चालक 48 वर्षीय दीपक कुमार और 47 वर्षीय संजय कुमार भी मौजूद थे। आगरा से आगे यमुना एक्सप्रेसवे पर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र में रात करीब 3:00 बजे ओवरटेक कर रहा कैंटर इनकी कार पर पलट गया। एक अन्य कार सवार भी उसकी चपेट में आने से घायल हो गए। वहीं, टक्कर के बाद कैंटर भी अनियंत्रित होकर हाईवे के नीचे जाकर पलट गया।
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फिलहाल सूचना मिलने से मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने मर्ग कायम कर विशाखा त्रिपाठी के शव को पीएम के लिए भेज दिया है और घायलों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी होते ही मनगढ़ के भक्ति धाम में शोक की दौड़ गई। मनगढ़ में 3 दिन का शोक घोषित किया गया है। डॉ. विशाखा का अंतिम संस्कार वृन्दावन में किया जाएगा।
गौरतलब है कि करीब 15 साल पहले कृपालु महाराज की भी एक हादसे में ही मौत हुई थी। 15 नवंबर 2013 को 91 वर्ष की उम्र में कृपालु जी महाराज ने अंतिम सांस ली थी। प्रतापगढ़ के आश्रम में फिसलने के कारण उनके सिर चोट आई थी, जिसके बाद वे कोमा में चले गए थे। इसके बाद उन्हें गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनका निधन हो गया। देश में कई जगद्गुरु हुए लेकिन जगद्गुरुत्तम की उपाधि केवल कृपालु जी महाराज को ही मिली है। जगद्गुरु कृपालु जी महाराज पहले ऐसे गुरु हैं, जिनका कोई शिष्य नहीं है लेकिन लाखों अनुयायी हैं। कृपालु जी महाराज का जन्म 06 अक्टूबर 1922 को प्रतापगढ़ के मनगढ़ में हुआ था।