सुलतानपुर (उप्र), 15 जनवरी (भाषा) लोकसभा में संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी के सिलसिले में दायर मुकदमे में एमपी/एमएलए अदालत ने वादी का बयान दर्ज करने के बाद बुधवार को सुनवाई की अगली तिथि 23 जनवरी तय की।
विशेष मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा ने गवाही के लिए 23 जनवरी की तिथि तय की है। परिवादी के अधिवक्ता जय प्रकाश ने बताया कि इस मामले में अमित शाह को जमानत के लिए यहां आना होगा।
याचिकाकर्ता रामखेलावन ने कहा कि भारत के संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के खिलाफ गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था, ”आंबेडकर-आंबेडकर एक फैशन हो गया है। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग हो जाता।”
उन्होंने कहा, ” जिनकी बदौलत अमित शाह आज गृहमंत्री हैं उन्हीं के खिलाफ ऐसी टिप्पणी की। जिनकों करोड़ों गरीब मजदूर अपना भगवान मानते हैं, उनके खिलाफ बयान से करोड़ों लोगों की भावानाएं आहत हुई हैं। इससे मेरी भी भावना आहत हुई है। इसी को लेकर मैंने अमित शाह के खिलाफ परिवाद दायर किया है।”
परिवादी के अधिवक्ता जयप्रकाश ने बताया कि उन्होंने अदालत में पेपर कटिंग, पेन ड्राइव में अमित शाह के बयान का वीडियो, वादी का जाति प्रमाण पत्र दाखिल किया है। पहली गवाही 23 जनवरी को होनी है।
भाषा
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