पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार आज भी प्रासंगिक : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार आज भी प्रासंगिक : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

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  • Publish Date - September 25, 2024 / 12:48 PM IST,
    Updated On - September 25, 2024 / 12:48 PM IST

लखनऊ, 24 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ‘अंत्योदय’ के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि भारतीय राजनीति के लिए उपाध्याय के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।

मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर राजधानी लखनऊ स्थित दीनदयाल उपाध्याय स्मृतिका में लगी उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सदस्यता अभियान के तहत पांच लोगों को भारतीय जनता पार्टी का सदस्य बनाया।

आदित्यनाथ ने कहा कि उपाध्याय अंत्योदय के प्रणेता, महान चिंतक, विचारक और भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे जिनकी विचारधारा के कारण गांव, गरीब, किसान और महिलाएं राजनीतिक दलों के एजेंडा का हिस्सा बने।

उन्होंने कहा, ”पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने 60-70 वर्ष पहले विचारों के माध्यम से भारतीय राजनीति को जो जीवनदृष्टि दी, उनका चिंतन-मनन आज भी न केवल भारतीय लोकतंत्र, बल्कि राजनीतिक दलों द्वारा प्रारंभ किए गए विभिन्न कार्यक्रमों में देखने को मिलता है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हर हाथ को काम, हर खेत को पानी’ दीनदयाल उपाध्याय का उद्घोष था जो कहते थे कि आर्थिक प्रगति का पैमाना ऊंचे पायदान पर नहीं, बल्कि सबसे नीचे पायदान पर खड़े व्यक्ति के माध्यम से तय किया जाना चाहिये।

उन्होंने कहा ‘‘उपाध्याय ने भारतीय राजनीति को जो दृष्टि दी थी, वह आज भी प्रासंगिक है। इसी का परिणाम है कि कोरोना महामारी के दौरान से ही देश में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन, 12 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय, 10 करोड़ घरों में उज्ज्वला योजना के तहत निशुल्क सिलेंडर, चार करोड़ गरीबों को मकान, 12 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त हुआ है। यह दृष्टि समाज को समग्र रूप से विकास के पथ पर अग्रसर करने, सामाजिक विकास के माध्यम से सांस्कृतिक उत्थान व राष्ट्र के समग्र विकास की रूपरेखा को बढ़ाने की है।

भाषा सलीम मनीषा

मनीषा