सिर्फ कपड़ों से कोई योगी नहीं बनता: ​​अखिलेश यादव

सिर्फ कपड़ों से कोई योगी नहीं बनता: ​​अखिलेश यादव

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  • Publish Date - November 9, 2024 / 05:55 PM IST,
    Updated On - November 9, 2024 / 05:55 PM IST

लखनऊ, नौ नवंबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि कोई व्यक्ति वस्त्र से नहीं बल्कि अपने वचन से योगी होता है।

नोटबंदी के दौरान जन्म लेने वाले बच्चे ‘खजांची’ के जन्मदिन पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिये बगैर यह टिप्पणी की।

यादव ने कार्यक्रम में कहा, “जो लोग मुठभेड़ करते हैं, उनका काउंटडाउन (उल्टी गिनती) शुरू हो गया है।”

उन्होंने कहा, “अब वे उतने दिन सरकार में नहीं रहेंगे, जितने दिन वे (सरकार में) रहे हैं। इसलिए आप देखेंगे कि उनकी भाषा बदल गई है, उनके सोचने और समझने का तरीका भी बदल गया है। सच तो यह है कि ‘मन की कुटिलता ही वचन की कटुता बन रही है’।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “जो व्यक्ति किसी को अपने से बड़ा नहीं समझता, वह कैसा योगी है? अगर कोई है जो संतों को आपस में लड़ा रहा है, तो वह सरकार में बैठे लोग हैं।”

उन्होंने कहा, “कहते हैं कि संत जितना बड़ा होता है, उतना ही कम बोलता है और जब बोलता है तो जनकल्याण के लिए बोलता है। यहां तो सब उल्टा है। जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल हो रहा है…कोई व्यक्ति अपने पहनावे से योगी नहीं होता, बल्कि अपने बोलने से योगी होता है।”

यादव ने कहा कि ‘खजांची’ जितना बड़ा होता जाएगा, वह लोगों को नोटबंदी की विफलता की याद दिलाता रहेगा।

उन्होंने कहा, “और सच तो यह है कि नोटबंदी दुनिया के आर्थिक इतिहास में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बनकर उभरी है। नोटबंदी भाजपा के भ्रष्टाचार का सागर साबित हुई है। यह दिखावटी काम था और यह वैसा ही बना रहा।”

यादव ने नोटबंदी के प्रभाव की तुलना ‘धीमे जहर’ से की, जिसने किसानों, मजदूरों, मध्यम और वेतनभोगी वर्ग, छोटे व्यापारियों और रेहड़ी-पटरी वालों को समान रूप से प्रभावित किया।

भाषा जितेंद्र

जितेंद्र

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