इंजीनियर आत्महत्या मामले में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली: जौनपुर पुलिस

इंजीनियर आत्महत्या मामले में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली: जौनपुर पुलिस

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  • Publish Date - December 11, 2024 / 07:00 PM IST,
    Updated On - December 11, 2024 / 07:00 PM IST

जौनपुर (उत्तर प्रदेश), 11 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के जौनपुर की पुलिस ने बुधवार को कहा कि उसे बेंगलुरु पुलिस की ओर से इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के संबंध में अब तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।

बेंगलुरु में एक निजी कंपनी में काम करने वाले 34 वर्षीय तकनीकी विशेषज्ञ सुभाष का 24 पन्नों का कथित ‘सुसाइड नोट’ और 80 मिनट से अधिक लंबा वीडियो मिला है, जिसमें उन्होंने वैवाहिक मुद्दों, अपने खिलाफ दर्ज कई मामलों और पत्नी, रिश्तेदारों व उत्तर प्रदेश के एक न्यायाधीश द्वारा कथित उत्पीड़न के कारण वर्षों से चली आ रही ‘मानसिक प्रताड़ना’ के बारे में विस्तार से बताया है।

सुभाष की मौत के बाद उनकी पत्नी और ससुराल के सदस्यों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।

सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया जौनपुर की रहने वाली हैं, जहां उन्होंने पहली बार अतुल, उनके भाई और माता-पिता के खिलाफ साल 2022 में दहेज उत्पीड़न के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

जौनपुर के पुलिस अधीक्षक अजयपाल शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”इस मामले में बेंगलुरू पुलिस ने अब तक हमसे संपर्क नहीं किया है।”

जौनपुर पुलिस के मुताबिक 24 अप्रैल 2022 को निकिता ने सुभाष के खिलाफ स्थानीय कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था और तत्कालीन महिला उपनिरीक्षक प्रियंका ने मामले की जांच कर 30 अगस्त 2022 को न्यायालय में आरोप पत्र दायर कर दिया था।

इस बीच, बुधवार को जब मीडियाकर्मी निकिता के खोया मंडी स्थित घर पहुंचे तो निकिता के भाई अनुराग उर्फ पीयूष सिंघानिया और मां निशा सिंघानिया ने उनसे बात करने से साफ मना कर दिया। मकान की दूसरी मंजिल से मां और बेटे ने मीडिया से कैमरे बंद करने को कहा।

निकिता के भाई अनुराग ने यह भी कहा कि ”हमें जो भी कहना है सबके सामने कहेंगे और अपने वकील के सामने बात करेंगे। जो भी आरोप लगाए जाएंगे, समय आने पर उनका जवाब दिया जाएगा।”

अनुराग ने कहा, ”जो भी जानना है अदालत से जाकर पता करो।”

निकिता के रिश्तेदार सुरेंद्र सिंघानिया ने बताया कि निकिता और अतुल की शादी करीब पांच साल पहले हुई थी और शादी के बाद दोनों बेंगलुरु में काम करते थे और वहीं रहते थे, उनका एक बेटा भी हुआ।

सुरेंद्र ने कहा कि पिछले दो साल से निकिता अतुल से तलाक लेना चाहती थी और इसी के मद्देनजर उसने अपने पैतृक जिले जौनपुर की अदालत में तीन-चार मामले भी दायर किए थे।

उन्होंने कहा कि फिलहाल निकिता अपने बेटे के साथ दिल्ली में रहती है और वहीं काम करती है।

सुरेंद्र ने कहा कि दोनों के बीच विवाद के चलते निकिता गुजारा भत्ता चाहती थी और अतुल इसे देने के पक्ष में नहीं था जबकि जौनपुर की अदालत में लगातार मामले की तारीखें दी जा रही थीं।

अतुल के खिलाफ निकिता द्वारा दायर मामलों में पैरवी कर रहे अधिवक्ता दिनेश मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि निकिता ने अतुल के खिलाफ कई मामले दर्ज कराए थे, जिनमें से एक महत्वपूर्ण मामला पारिवारिक न्यायालय में लंबित है।

उन्होंने कहा कि इस मामले में निकिता ने अपने और बच्चे के भरण-पोषण के लिए न्यायालय में याचिका दायर की थी, लेकिन न्यायालय ने पत्नी को गुजारा भत्ता देने का निर्देश देने से इनकार कर दिया, हालांकि बच्चे के भरण-पोषण के लिए हर महीने 40,000 रुपये देने का आदेश दिया था।

मिश्रा ने कहा कि जुलाई महीने के बाद से उनकी अतुल से कोई मुलाकात या बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ”ऐसा कभी नहीं लगा कि अतुल अवसादग्रस्त या मानसिक तनाव का शिकार है।”

पुलिस सूत्रों के मुताबिक निकिता ने 24 अप्रैल 2022 को दहेज के लिए प्रताड़ित करने और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए जौनपुर में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें पति, सास, ससुर और देवर को आरोपी बनाया था।

यह प्राथमिकी जौनपुर के कोतवाली पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 498 ए (पति या रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता), 323 (हमला), 504 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान करना), 506 (आपराधिक धमकी) और दहेज निषेध अधिनियम, 1961 के प्रावधानों के तहत दर्ज की गई थी।

निकिता ने कहा कि उसने 26 अप्रैल 2019 को वाराणसी जिले में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अतुल से शादी की थी, मगर दहेज में 10 लाख रुपये की मांग को लेकर अतुल और उसके परिजन उसे मारते-पीटते थे।

निकिता ने दावा किया था, ”मेरे पति शराब पीकर मुझे पीटते थे। वह मुझे धमकाकर मेरे खाते से मेरी पूरी तनख्वाह अपने खाते में डलवा लेते थे।”

निकिता ने दावा किया था कि बाद में ससुराल के लोगों की प्रताड़ना से परेशान उसके (निकिता) पिता की अचानक तबीयत खराब हो गयी थी और 17 अगस्त 2019 को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई।

भाषा सं. सलीम जोहेब

जोहेब