लखनऊ, 14 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)-माओवादी की गतिविधियों में शामिल होने और प्रतिबंधित संगठन में कार्यकर्ताओं की भर्ती के आरोप में उत्तर प्रदेश के बलिया जिला निवासी एक व्यक्ति के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
लखनऊ में एनआईए की एक विशेष अदालत के समक्ष दाखिल पूरक आरोप-पत्र में बलिया कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले संतोष वर्मा उर्फ मंतोष का नाम शामिल है।
आरोप-पत्र के अनुसार, संतोष पर प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) का सक्रिय नेता होने का आरोप है और वह संगठन के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर भारत की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता को खतरे में डालने के उद्देश्य से खतरनाक गतिविधियों में शामिल था।
एनआईए ने एक बयान में बताया कि संतोष, भाकपा (माओवादी) में कार्यकर्ताओं की भर्ती में भी सक्रिय रूप से शामिल था। जांच एजेंसी के मुताबिक, मुकदमा मूल रूप से पिछले वर्ष 16 अगस्त को लखनऊ के आतंक-रोधी दस्ते (एटीएस) थाने में दर्ज किया गया था। इससे एक दिन पहले राम मूरत के घर पर छापेमारी में पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
बयान के मुताबिक, आरोपियों के पास से भाकपा (माओवादी) से संबंधित कई आपत्तिजनक दस्तावेज, साहित्य व पर्चे, हथियार और गोला-बारूद तथा डिजिटल उपकरण जब्त किए गए थे।
बयान में बताया गया कि जांच में सामने आया कि प्रतिबंधित संगठन बिहार की सीमा से लगे जिलों में नक्सली विचारधारा का प्रचार करने के लिए मुख्य संगठनों का इस्तेमाल कर रहा था।
केंद्रीय एजेंसी ने 10 नवंबर को जांच का जिम्मा संभाला था और नौ फरवरी को मामले में चार अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था।
भाषा जितेंद्र सुरेश
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