नरसिंहानंद को हिरासत में लिए जाने का दावा, डासना मंदिर में सुरक्षा बढ़ाई गई

नरसिंहानंद को हिरासत में लिए जाने का दावा, डासना मंदिर में सुरक्षा बढ़ाई गई

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  • Publish Date - October 5, 2024 / 09:24 PM IST,
    Updated On - October 5, 2024 / 09:24 PM IST

गाजियाबाद, पांच अक्टूबर (भाषा) पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के आरोप में यहां डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद को हिरासत में लिया गया है। नरसिंहानंद की करीबी ने शनिवार को यह दावा किया। वहीं गाजियाबाद पुलिस इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है।

नरसिंहानंद की भड़काऊ टिप्पणी का वीडियो सामने आने के बाद शुक्रवार रात को उनके खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मंदिर के बाहर बड़ी भीड़ जमा हो गई थी, जिसके बाद परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।

नरसिंहानंद की करीबी सहयोगी और यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन की महासचिव उदिता त्यागी ने दावा किया कि उन्हें 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है और उनके ठिकाने का पता नहीं है।

इस बारे में पूछे जाने पर पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) सुरेन्द्र नाथ तिवारी ने कहा, ‘हम मंदिर की सुरक्षा कर रहे हैं और हमें उनकी हिरासत के बारे में कोई जानकारी नहीं है।’

पुलिस ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए डासना मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

मंदिर के बाहर प्रदर्शन को लेकर डासना पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक भानु की शिकायत पर वेव सिटी थाने में 150 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पुलिस ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी कर जिले में पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी है।

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सिटी जोन राजेश कुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कैला भट्टा क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के जवानों को तैनात किया गया है, जहां मुस्लिम आबादी काफी है।

पुजारी टिप्पणी को लेकर विरोध प्रदर्शन के बाद कई राज्यों में पुलिस को शिकायतें दी गई हैं। महाराष्ट्र के अमरावती शहर में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

नरसिंहानंद के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, जिसमें दिसंबर 2021 में हरिद्वार में एक सम्मेलन में कथित रूप से भड़काऊ भाषण देना भी शामिल है। वह जमानत पर थे।

भाषा जोहेब माधव

माधव