Mulayam Singh Yadav’s thirteenth will not happen: लखनऊ। नेता जी के नाम से मशहूर और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मुलायम सिंह यादव मंगलवार को पंचत्तव में विलीन हो गए । धरती पुत्र के नाम से विख्यात मुलायम सिंह का अंतिम दर्शन करने के लिए उनके पैतृक गांव सैफई में कई राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और दिग्गज नेताओं से लेकर अभिनेता, उद्योगपति तक पहुंचे हुए थे। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
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मुलायम सिंह यादव को बड़े बटे अखिलेश यादव ने मुखाग्नि दी। अखिलेश सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को मुखाग्नि देते समय समाजवादी पार्टी की टोपी पहनी। अखिलेश यादव ने आज सुबह अपने परिवार के साथ शुद्धिकरण में शामिल हुए और परिवार के सभी सदस्यों ने मुंडन कराया।
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बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं का आयोजन सैफई की परंपरा के अनुसार नहीं होगा । सैफई वालों का मानना है कि अगर किसी बड़े व्यक्ति के मरने पर तेरहवीं का आयोजन किया जाएगा तो उसका असर गरीबों पर पड़ेगा । बड़े व्यक्ति का देखकर छोटे लोग भी करने लगेंगे । इससे गरीबों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा । हांलाकि पूरी रीति रिवाज के अनुसार 11 वें दिन शुद्धीकरण का हवन किया जाएगा।
अखिलेश यादव काफी दुखी है और वह लगातार अपने पिता मुलायम सिंह को मिस कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने अपने सुबह अपने ट्विटर हैंडल से फोटो के साथ ट्वीट करते हुए लिखा कि पहली बार आज पहली बार लगा.. बिन सूरज के उगा सवेरा…
आज पहली बार लगा…
बिन सूरज के उगा सवेरा. pic.twitter.com/XlboMo8G2V
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 12, 2022
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मुलायम सिंह यादव जमीन से जुड़े नेता थे और वह हमेशा पिछड़ों की राजनीति करते आए हैं। मुलायम सिंह यादव पिछड़ों के दम पर तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे हैं।