बांग्लादेश में हुईं गलतियां भारत में नहीं होनी चाहिए, बंटेंगे तो कटेंगे : मुख्यमंत्री आदित्यनाथ

बांग्लादेश में हुईं गलतियां भारत में नहीं होनी चाहिए, बंटेंगे तो कटेंगे : मुख्यमंत्री आदित्यनाथ

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  • Publish Date - August 26, 2024 / 07:59 PM IST,
    Updated On - August 26, 2024 / 07:59 PM IST

आगरा/लखनऊ, 26 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समृद्धि की पराकाष्ठा तक पहुंचने के लिए लोगों से एकजुट रहने की अपील करते हुए सोमवार को कहा कि बांग्लादेश में हुईं गलतियां भारत में नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने आगरा में एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता, राष्ट्र तभी मजबूत होगा, जब हम सब एकजुट रहेंगे।’’ उन्होंने आगाह करते हुए कहा, ‘‘बंटेंगे तो कटेंगे।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में देख रहे हैं न, वैसी गलतियां यहां नहीं होनी चाहिए। एक रहेंगे- नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे और समृद्धि की पराकाष्ठा तक पहुंचेंगे।’’

बांग्लादेश में, हाल में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए हैं, जिस कारण प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा और देश छोड़ना पड़ गया। हालांकि, इसके बाद भी पड़ोसी देश में हिंसा की घटनाएं जारी रहीं, जिनमें हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय पर लक्षित हमले किये गए।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने भाषण का एक क्लिप ‘एक्स’ पर भी साझा किया।

उन्होंने आगरा में दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद कहा, ‘‘हमें विकसित भारत के संकल्प को साकार करना है।’’

राठौर जोधपुर रियासत के शासक महाराजा जसवंत सिंह के एक सेनापति थे, जिन्हें 17वीं शताब्दी में मारवाड़ पर मुगलों के कब्जे की कोशिशों के खिलाफ प्रतिरोध का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है।

प्रतिमा का अनावरण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि औरंगजेब ने धोखे से सिंह की हत्या कर दी।

उन्होंने कहा कि राज्य में मनाए जा रहे ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के शताब्दी वर्ष और जन्माष्टमी के दिन प्रतिमा का अनावरण करना उनके लिए सम्मान की बात है।

आदित्यनाथ ने बाद में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जिस देश में दुर्गादास राठौर जैसे महान नायक पैदा हुए हों, उस देश को कोई भी विदेशी आक्रमणकारी किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचा सकता। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!’’

उन्होंने आगरा के पौराणिक महत्व का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘आगरा ब्रज क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस क्षेत्र के कण-कण में भगवान श्रीकृष्ण का निवास माना जाता है। इस स्थान में कला, संस्कृति, आस्था और भक्ति निहित है।’’

भाषा

आनंद, रवि कांत सुभाष रवि कांत