उत्तर प्रदेश में लापता हुई महिला मिली जिंदा, तीन साल पहले दर्ज हुआ था हत्या का मामला

उत्तर प्रदेश में लापता हुई महिला मिली जिंदा, तीन साल पहले दर्ज हुआ था हत्या का मामला

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  • Publish Date - October 9, 2024 / 04:45 PM IST,
    Updated On - October 9, 2024 / 04:45 PM IST

गोंडा, नौ अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में तीन साल पहले जिस महिला की हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था, वह लखनऊ में जिंदा मिली। सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर उसकी गतिविधियों से पुलिस को उसका सुराग मिला और उसे राजधानी के डालीगंज इलाके से ढूंढ निकाला।

पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बुधवार को बताया कि कविता (23) की शादी 17 नवंबर 2017 को ददुआ बाजार के निवासी विनय कुमार से हुई थी और वह पांच मई 2021 को ससुराल से लापता हो गई थी।

उन्होंने बताया कि उसके परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद कोतवाली नगर थाने में उसके पति, देवर, सास और ननद के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।

उन्होंने बताया कि काफी खोजबीन के बाद भी कविता का पता नहीं लग सका था, जिसके बाद दिसंबर 2022 में पति विनय कुमार ने भी कविता के भाई अखिलेश समेत छह लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था।

जायसवाल ने कहा, ”पिछले हफ्ते कविता के फेसबुक अकाउंट से एक गतिविधि हुई थी। उस अकाउंट को गलत नाम और पहचान का उपयोग करके बनाया गया था। इस गतिविधि पर साइबर प्रकोष्ठ ने गौर किया। उसने महिला का पता लगाने के लिए अपनी खोज फिर से शुरू की और छह अक्टूबर को उसे अंततः लखनऊ के डालीगंज इलाके में सकुशल बरामद कर लिया।”

उन्होंने कहा कि महिला का मेडिकल परीक्षण कर उसे अदालत के समक्ष पेश किया जा रहा है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक कविता अपने प्रेमी सत्य नारायण गुप्ता के साथ रह रही थी।

उन्होंने कहा कि गुप्ता गोंडा के दुर्जनपुर बाजार में एक दुकानदार है और कविता अक्सर उससे मिलने जाती थी, जिसकी वजह से दोनों के बीच नजदीकी बढ़ गयी।

जायसवाल ने बताया कि पुलिस कविता का पता लगाने की कोशिश कर रही थी, इसी दौरान यह मामला उच्च न्यायालय पहुंच गया और अदालत ने पुलिस की कार्रवाई का ब्योरा मांगा गया।

उन्होंने कहा कि इसके बाद, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और कोतवाली पुलिस ने कविता को लखनऊ के डालीगंज इलाके में उसके प्रेमी गुप्ता के घर से बरामद किया।

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक पूछताछ के दौरान कविता ने कहा कि वह लखनऊ आने से पहले एक साल तक अयोध्या में गुप्ता के साथ रही थी और उसने ससुराल व मायके वालों से भी संपर्क नहीं किया।

कविता ने संवाददाताओं को बताया कि उसके ससुराल के लोग उसे मारते-पीटते थे, इसीलिये साल 2021 में वह घर छोड़कर चली गई थी।

भाषा सलीम जोहेब

जोहेब

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