लखनऊः देश में लोकसभा चुनाव के लिए कल पहले चरण के तहत 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। वोटिंग के चलते अभी से सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर दिया गया है। वोटिंग के लिए चुनाव आयोग ने भी सभी तैयारियां कर रखी हैं। उत्तर प्रदेश की आठ सीटों में भी शुक्रवार को वोट डाले जाएंगे। इनमें बिजनौर लोकसभा सीट भी शामिल है। बिजनौर लोकसभा सीट इतिहास गढ़ने के लिए चर्चा में रही है। 2019 तक कुल 8 चुनाव में चार बार भारतीय जनता पार्टी, दो बार राष्ट्रीय लोकदल और एक-एक बार समाजवादी और बहुजन समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है।
2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक बिजनौर की जनसंख्या लगभग 36 लाख थी और इसका क्षेत्रफल 4,561 वर्ग किमी है। बिजनौर लोकसभा सीट पर कुल 15 लाख से अधिक वोटर हैं, जिनमें 8 लाख 48 हजार 606 पुरुष और 7 लाख 13 हजार 459 महिला वोटर हैं। जनगणना के अनुसार, बिजनौर में कुल 55.18 % हिंदू और 44.04% मुस्लिम लोग हैं।
पश्चिम यूपी में मुजफ्फरनगर और मेरठ से जुड़ी बिजनौर संसदीय सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान, लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार और पूर्व सीएम मायावती चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि यहां पर जीत किसी एक दल के खाते में नहीं जाती है। जबकि साल 2014 के चुनाव में फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन चौथे नंबर पर रही थीं। 1991 के बाद से बीजेपी यहां पर 4 बार चुनाव जीत चुकी है। सांसद चौधरी गिरधारी लाल के निधन के बाद साल 1985 में इस सीट पर उपचुनाव कराया गया जिसमें कांग्रेस की प्रत्याशी मीरा कुमार ने लोकदल के प्रत्याशी रामविलास पासवान को हराकर पहली बार जीत हासिल की थी। इसी तरह 1989 में यहां से चुनाव जीतने वाली मायावती को अगले चुनाव (1991) में शिकस्त मिली थी। 90 के दशक के बाद से बीजेपी के अलावा राष्ट्रीय लोक दल को 2 बार तो सपा और बीएसपी के खाते में एक-एक बार जीत गई।
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के कुंवर भारतेंद्र सिंह जीते थे। उन्होंने समाजवादी पार्टी के शाहनवाज राणा को हराकर जीत दर्ज की थी। कुंवर भारतेंद्र को कुल 4 लाख 86 हजार 913 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर रहे शाहनवाज राणा को 2 लाख 81 हजार 139 वोट मिले थे, जबकि 2 लाख 30 हजार 124 वोट हासिल कर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार मलूक नागर तीसरे नंबर पर रहे थे।
बिजनौर लोकसभा सीट पर कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे। बीजेपी ने भारतेंद्र सिंह पर ही भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा था। जबकि गठबंधन से बीएसपी के मलूक नागर मैदान में था। कांग्रेस ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी को उतारा था। 2019 चुनाव में इस साट से बीएसपी के मलूक नागर ने जीत हासिल की, उन्हें 5 लाख 56 हजार 556 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी भारतेंद्र सिंह 4 लाख 86 हजार 362 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे और कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दीकी 25 हजार 833 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
बिजनौर लोकसभा सीट पर एनडीए के उम्मीदवार रालोद के नेता चंदन चौहान को मैदान में उतारा गया है। सपा ने रामअवतार सैनी और बसपा ने विजेंदर सिंह को मैदान में उतारा है।