कर्जमाफी की अफवाह फैलाने का एक आरोपी गिरफ्तार

कर्जमाफी की अफवाह फैलाने का एक आरोपी गिरफ्तार

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  • Publish Date - October 16, 2024 / 08:24 PM IST,
    Updated On - October 16, 2024 / 08:24 PM IST

गोरखपुर, 16 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश में गोरखपुर मंडल स्थित महराजगंज जिले के फरेंदा इलाके में स्वयं सहायता समूहों द्वारा लिये जाने वाले कर्ज की माफी के बारे में अफवाह फैलाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

इस सिलसिले में मुकदमा गत मंगलवार को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी अनेक महिलाओं के एकत्र होने के बाद दर्ज किया गया था। महिलाओं ने दावा किया था कि उन्हें खबर मिली है कि एक फॉर्म जमा करने पर स्वयं सहायता समूह से लिया गया कर्ज माफ हो जाएगा।

फरेंदा के थानाध्यक्ष प्रशांत पाठक ने बुधवार को बताया कि मंगलवार रात को सीमा गौतम, श्रवण कुमार निराला और एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। निराला को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।

यह मुकदमा माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशंस नेटवर्क (एमएफआईएन) की लिखित शिकायत पर दर्ज किया गया है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि आरोपियों ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ऋण न चुकाने के लिए उकसाया था।

एमएफआईएन के सहायक उपाध्यक्ष धीरज सोनी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार आरोपियों ने इन समूहों की महिलाओं को गुमराह करने के लिए एक अभियान चलाया, जिसमें उन्हें नेटवर्क द्वारा जारी किए गए ऋणों को न चुकाने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अलावा उन्होंने कथित तौर पर इन महिलाओं से 500-500 रुपये वसूले, जिसमें बहाने से अंगूठे के निशान लेने और फर्जी फॉर्म जमा करने जैसे धोखाधड़ी के तरीके शामिल थे।

शिकायत के मुताबिक, महिलाओं से कहा गया कि उन्हें अब ऋण चुकाने की कोई जरूरत नहीं है। महिलाओं के अनुसार उनके गांवों में एक अफवाह फैली थी कि गोरखनाथ मंदिर में फॉर्म जमा करने से उनके 10 हजार से लेकर 30 हजार रुपये तक के ऋण माफ हो जाएंगे।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक कैंपियरगंज, भटहट, संत कबीर नगर और महाराजगंज सहित विभिन्न क्षेत्रों से माइक्रोफाइनेंस कंपनियों से स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के माध्यम से ऋण लेने वाली 100 से अधिक महिलाएं यह अफवाह सुनकर गोरखनाथ मंदिर पहुंची थी।

गोरखनाथ के पुलिस क्षेत्राधिकारी रवि कुमार सिंह ने बताया, “कुछ लोगों ने गलत सूचना फैलाई थी, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई। हमने फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों से बात की, जिसके बाद ही महिलाएं जाने को राजी हुईं।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर (गोरखनाथ मंदिर के प्रमुख) भी हैं।

भाषा सं. सलीम नोमान

नोमान