(तस्वीरों के साथ)
आगरा, आठ अक्टूबर (भाषा) मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद ने मंगलवार को ऐतिहासिक ताजमहल का दीदार किया और उनके पास 17वीं शताब्दी की इस अद्भुत वास्तुकला को बयां करने के लिए शब्द नहीं थे।
चार-दिवसीय द्विपक्षीय यात्रा पर भारत आए मुइज्जू ने आगंतुक पुस्तिका में लिखा, ‘‘इस मकबरे की खूबसूरती का वर्णन करना कठिन है। मंत्रमुग्ध कर देने वाली यह धरोहर उत्कृष्ट प्रेम तथा वास्तुशिल्प का प्रमाण है।’’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से राज्य के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने आगरा हवाई अड्डे पर मुइज्जू का अभिनंदन किया और इसके बाद ताजमहल में भी उनका भव्य स्वागत किया गया।
उपाध्याय ने मुइज्जू एवं उनकी बेगम को ताजमहल की प्रतिकृति भेंट की। दोनों मेहमानों ने तस्वीरें भी खिंचवाईं जिनमें ताजमहल उनके पार्श्व में था।
उपाध्याय ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से मैंने मालदीव गणराज्य के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद का आगरा के तकनीकी हवाई अड्डे पर स्वागत किया। हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद वे ताजमहल गए, जहां वे दुनिया के सात अजूबों में शामिल इस स्मारक की सुंदरता से मंत्रमुग्ध हो गए।”
मंत्री ने कहा, “उन्होंने (राष्ट्रपति ने) और उनकी टीम ने ताजमहल के इतिहास में गहरी रुचि दिखाई और स्मारक का गहनता से अवलोकन किया। मैं योगी आदित्यनाथ की ओर से मालदीव के निवासियों की समृद्धि और खुशहाली की कामना करता हूं। उन्होंने भी उत्तर प्रदेश के लोगों की खुशहाली की कामना की।’
‘टूर गाइड’ राजीव सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राष्ट्रपति ने ‘ताजमहल में जड़ाऊ कार्य के बारे में पूछा’ तथा ताजमहल के उद्यानों के बारे में भी जानकारी ली।
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, राष्ट्रपति ने ताजमहल परिसर के फव्वारों में रुचि दिखाई और पूछा कि ‘वे अब तक कैसे चलते हैं?’ उन्होंने सफेद संगमरमर के मकबरे की सतह पर लगे पत्थरों के बारे में भी पूछा, जो मकबरे पर पड़ने वाली सूर्य की किरणों की वजह से चमक रहे थे। उन्होंने स्मारक के इतिहास में भी रुचि दिखाई।”
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के एक अधिकारी ने बताया कि मुइज्जू की यात्रा के दौरान सुबह आठ बजे से 10 बजे तक ताजमहल जनता के लिए बंद रहा।
मुइज्जू ने ‘शिल्पग्राम’ का भी दौरा किया। जहां ब्रज क्षेत्र के कलाकारों ने उनके सम्मान में कार्यक्रम प्रस्तुत किये। वहां से वह हवाई अड्डे के लिए रवाना हुए।
भाषा
नोमान वैभव
वैभव