Groom became a father on wedding night: मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से एक हैरान कर देने वाली खबर आयी है। युवक ने शादी को लेकर जो अरमान पाल रखे थे वह शादी के 48 घंटे बाद ही ठंडे हो गए। उसे अपनी नई-नवेली बीवी को लेकर अस्पताल जाना पड़ा। कुछ देर बाद जब डॉक्टरों ने खुशखबरी सुनाई तो दूल्हे के पैरों तले से जमीन खिसक गई।
आपको बता दें कि एक युवक की शादी अपने भाई की साली से शादी की थी। शादी के बाद युवक नई-नवेली बहू को लेकर घर आया। युवक ने सुहागरात को पर खूब तैयारियां कर रखी थीं, लेकिन सुहागरात पर दुल्हन के पेट में दर्द उठ गया। रात को ही जोर-जोर से दुल्हन चीखने-चिल्लाने लगी। दुल्हन के दर्द को देखकर दूल्हे की हालत खराब हो गई और रात में उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। कुछ देर बाद दुल्हन ने बेटे को जन्म दिया। ये जानकर दूल्हा और उसके परिवार के लोगों के होश उड़ गए।
मामला उजागर होने के बाद दूल्हे और उसके परिजनों ने बेटे को अपनाने से मना कर दिया। अस्पताल प्रबंधन को बताए बिना ही दूल्हा पक्ष दुल्हन को छोड़कर भाग निकला। सूचना पर पहुंचे मायके पक्ष के लोग प्रसूता और बेटे को लेकर चले गए। लेकिन जब बच्चा बेचने की अफवाह फैली तो अस्पताल प्रशासन ने दोनों पक्षों को बुलाया और फिर मामले को सुलझाया गया।
Groom became a father on wedding night आपको बता दें कि यह मामला कुसमरा क्षेत्र के एक गांव की है। यहां के निवासी युवक की शादी अपने बड़े भाई की साली के साथ दो दिन पहले हुई थी। बारात और दुल्हन लेकर युवक घर आ गया। घर में रिश्तेदार भी थे। मंगलवार की रात नाच-गाने के दौरान दुल्हन के पेट में दर्द शुरू हो गया। दूल्हा पक्ष के लोग उसे आनन फानन में सौ बिस्तर अस्पताल ले आए। रात 2:20 बजे उसे भर्ती किया गया और 2:22 बजे दुल्हन ने सामान्य डिलीवरी के तहत एक पुत्र को जन्म दे दिया। बच्चा पैदा हुआ तो दूल्हा और उसके घरवाले हैरान रह गए और दुल्हन, बच्चे को छोड़कर भाग निकले। इसी बीच खबर मिली तो दुल्हन के घरवाले अस्पताल पहुंच गए और वे भी अस्पताल प्रबंधन को जानकारी दिए बिना दुल्हन व नवजात को अपने साथ ले गए।
बुधवार की सुबह अफवाह फैल गई कि अस्पताल से बच्चे को बेच दिया गया है। इस सूचना पर सीएमएस डा. एसके उपाध्याय ने फोन करके दोनों पक्षों को अस्पताल बुला लिया। सूचना पाकर वरिष्ठ समाजसेविका आराधना गुप्ता भी पहुंच गईं। उन्होंने दोनों पक्षों को समझाया, जिसके बाद दूल्हा पक्ष दुल्हन और बच्चे को अपने साथ ले जाने के लिए राजी हो गया। दोपहर डेढ़ बजे अस्पताल से प्रसूता और नवजात को छुट्टी दे दी गई। उधर शादी के दो दिन बाद ही बच्चे को जन्म देने की चर्चाएं दिनभर अस्पताल में बनी रही।