( तस्वीरों सहित )
लखनऊ, 29 जनवरी (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि महाकुंभ के प्रबंधन की जिम्मेदारी तत्काल सेना को सौंप देनी चाहिए।
उन्होंने यह भी मांग की कि महाकुंभ में ‘विश्व स्तरीय व्यवस्था’ का दावा करने वाले लोगों को भगदड़ की घटना की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए।
यादव ने महाकुंभ में मची भगदड़ पर दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए यह आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था करने वाले दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में लोगों के हताहत होने की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए।’
इससे पहले ‘एक्स’ पर ही एक अन्य पोस्ट में सपा प्रमुख ने कहा, ‘महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है।’
उन्होंने इसी संदेश में आगे कहा, ‘हमारी सरकार से अपील है कि गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए। मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए। जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं। हेलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए।’
यादव ने कहा, ‘सतयुग से चली आ रही ‘शाही स्नान’ की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच ‘मौनी अमावस्या के शाही स्नान’ को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए।’
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने प्रयागराज महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए एक बयान में कहा, ‘महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के दिन भगदड़ होने से क़ई लोगों के मृत और घायल होने का समाचार पीड़ादायक है।’
उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यह दुखद घटना इस मेले की अव्यवस्था और उत्तर प्रदेश सरकार की नाकामियों को उजागर कर रही है। योगी सरकार ने सारा पैसा सिर्फ अपनी ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर खर्च किया, ना कि महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था पर। यह इस सरकार की संवेदनहीनता को प्रदर्शित करता है।’
उन्होंने कहा, ‘हम लगातार ऐसी ही घटना के प्रति सचेत करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन शासन -प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। दुर्घटना के पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। हम मृतकों की आत्मा की शांति व घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। इसके साथ ही सरकार से यह आग्रह करते हैं कि मृतकों के लिए उचित मुआवजा व घायलों को मुआवजे के साथ मुफ्त इलाज का प्रबंध करे।’
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने भी महाकुंभ में मची भगदड़ पर दुख व्यक्त करते हुए ‘एक्स’ पर कहा, ‘प्रयागराज की संगम स्थली पर, महाकुम्भ में हुई भगदड़ में, श्रद्धालुओं का घायल होना, उनकी जान जाना अति-दुःखद व चिन्तनीय है। ऐसे समय में पीड़ितों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति मिले, पार्टी की यही कामना है।’
मालूम हो कि महाकुंभ में मंगलवार बुधवार की दरमियानी रात भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई जिसमें कुछ लोग घायल हो गए हैं। मेला अधिकारी की विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने बताया कि संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं।
उनके अनुसार, घायलों का इलाज किया जा रहा है और किसी की भी हालत गंभीर नहीं है।
भाषा सलीम
मनीषा
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