लखनऊ: Big Shock to I.N.D.I.A आगामी दिनों में देशभर में लोकसभा चुनाव होना है जिसके के लिए सत्ताधारी पार्टी भाजपा पूरी ताकत झोंक रही है। वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों के नेता भी मैदान में उतरकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं। राहुल गांधी भी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के जरिए लोगों की नब्ज पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन नीतीश कुमार के जाने से बाद से इंडिया गठबंधन को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। खबर है कि सपा नेता जयंत चौधरी ने भी एनडीए गठबंधन में जाने का पूरा मन बना लिया है। इन सब के बीच भाजपा को उत्तर प्रदेश में बड़ी सफलता मिली है।
Big Shock to I.N.D.I.A मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों उत्तर प्रदेश के करीब 300 से अधिक नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। बताया जा रहा है कि ये सभी नेता नगर पालिका स्तर के हैं, जो आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए बड़ी भूमिका निभा सकते थे। लेकिन अब ये भाजपा के लिए काम करेंगे। सभी नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है। माना जा रहा है कि सभी नेताओं को उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें निकाय चुनाव में मौका देगी, लेकिन निराशा मिली।
भाजपा में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं में लखीमपुर खीरी नगर पालिका की अध्यक्ष इरा श्रीवास्तव, सपा के बिलारी नगर पालिका के अध्यक्ष रघुराज यादव, मुजफ्फरनगर की शाहपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष हाजी अकरम, राकेश टिकत के गांव सिसौली नगर पंचायत की अध्यक्ष सुभाषिनी सिंह प्रमुख हैं। इरा श्रीवास्तव ने पहले भाजपा में ही थी। निकाय चुनाव में भाजपा ने जब उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ी और जीतीं। पहले तो पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था लेकिन आज उन्होंने फिर से शामिल किया गया।
वहीं इन सबके बीच इंडिया गठबंधन के साथ नजर आ रहे रालोद के प्रवक्ता ने बड़ा खुलासा किया हैं। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन आगरी ने बताया है कि उन्हें प्रपोजल मिला है। आगरी ने बताया हैं “यह चुनावी साल है, कई पार्टियां हमारे साथ गठबंधन के लिए आ रही हैं। बीजेपी ने पिछली बार भी गठबंधन की पेशकश की थी, इस बार भी पेशकश की जा रही है।” 4 सीटों की बात हो रही है लेकिन हमने 12 लोकसभा सीटों पर तैयारी कर ली है। हम तय करेंगे कि गठबंधन में किसके साथ चुनाव लड़ेंगे… जो पार्टी जनता और किसानों के हित में होगी। वही हमारी मांगों पर सहमत होगी, हम उनके साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे।