हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश), 21 सितंबर (भाषा) सूफी संत लखदाता पीर की मजार जिस जमीन पर स्थित है, उस पर स्वामित्व के दावों के बीच हमीरपुर के भूमि राजस्व अधिकारी ने शनिवार को कहा कि यह जमीन राज्य सरकार की है।
हमीरपुर के भूमि राजस्व अधिकारी सुभाष कुमार ने कहा कि राजस्व विभाग के 2018-19 के रिकॉर्ड के अनुसार, महल महतानी गांव की जमीन हिमाचल प्रदेश सरकार की है, न कि वक्फ बोर्ड की।
वन विभाग ने 16 सितंबर को एक मकबरे को तब ध्वस्त कर दिया जब समिति द्वारा वहां एक भवन बनाने की योजना के बारे में वायरल एक वीडियो सामने आया।
इससे स्थानीय लोगों और हमीरपुर शहर में तनाव पैदा हो गया क्योंकि भूमि शहर के बाहरी इलाके में स्थित है। कुमार ने कहा कि राजस्व विभाग वन विभाग, लखदाता पीर कमेटी और स्थानीय लोगों को वस्तुस्थिति से अवगत कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई कर रहा है।
उन्होंने लोगों से किसी भी भ्रामक जानकारी पर विश्वास न करने और आपसी सौहार्द बनाए रखने का भी अनुरोध किया।
भाषा संतोष रंजन
रंजन
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)