कुंदरकी उपचुनाव : लखनऊ जा रहे 35 सपा कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए, अखिलेश ने संज्ञान लेने की अपील की

कुंदरकी उपचुनाव : लखनऊ जा रहे 35 सपा कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए, अखिलेश ने संज्ञान लेने की अपील की

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  • Publish Date - November 24, 2024 / 03:05 PM IST,
    Updated On - November 24, 2024 / 03:05 PM IST

सीतापुर, 24 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश की कुंदरकी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कथित धांधली के विरोध में मुरादाबाद से लखनऊ जा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के करीब 35 कार्यकर्ताओं को सीतापुर जिले की खैराबाद पुलिस ने शनिवार देर रात हिरासत में ले लिया।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति और उच्चतम न्यायालय समेत अन्य संस्थाओं से अपील की कि वे मामले का तुरंत संज्ञान लेकर यह सुनिश्चित करें कि जो लोग अपने मताधिकार के लिए आवाज उठाना चाहते हैं, उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार उनके साथ कोई अन्याय या अत्याचार न कर सके।

सीतापुर पुलिस ने कहा कि अपराध की रोकथाम के लिए कोतवाली नगर और खैराबाद पुलिस ने शनिवार देर रात बैरियर लगाकर की जा रही नियमित जांच के दौरान विभिन्न जिलों से आए कुल 35 संदिग्ध व्यक्तियों व पांच वाहनों को रोका तथा उनके पास आरसी व अन्य दस्तावेज न होने पर उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की।

अखिलेश ने रविवार सुबह ‘एक्‍स’ पर अपने एक पोस्ट में आरोप लगाते हुए कहा, ”कुंदरकी में जिन लोगों को सरेआम वोट डालने से रोका गया या जिनके वोट किसी और ने डाल दिए, वे सब लोग अपनी व्यथा बताने के लिए लखनऊ आ रहे थे, क्योंकि वहां स्थानीय स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।”

उन्होंने कहा, ”इससे भाजपा के चुनावी घपले का भंडाफोड़ हो जाता, इसीलिए बीच रास्ते में उन्हें सीतापुर में पुलिस ने निरुद्ध किया।”

सपा प्रमुख ने लिखा, ”हम राष्ट्रपति महोदया, माननीय सर्वोच्च न्यायालय, निर्वाचन आयोग, मानवाधिकार आयोग, माननीय राज्यपाल व देश के सभी समाचार पत्रों और न्यूज चैनलों से आग्रह करते हैं कि इस मामले का तुरंत संज्ञान लें और यह सुनिश्चित करें कि जो लोग अपने वोट के अधिकार के लिए आवाज उठाना चाहते हैं, उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार उनके साथ कोई अन्याय या अत्याचार न कर सके।”

सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक अनूप गुप्ता ने आरोप लगाया कि हिरासत में लिए गए सभी लोगों के पास पहचान पत्र व दस्तावेज थे, लेकिन प्रशासन उनकी एक न सुन रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को शौचालय का इस्तेमाल नहीं करने दिया जा रहा है और सुबह से ही उन्हें चाय या जलपान भी नहीं कराया गया है।

भाषा

सं आनन्द शोभना पारुल

पारुल