सीतापुर, पांच सितंबर (भाषा) सीतापुर जिले में अपहृत 12 वर्षीय एक लड़के की हत्या करके शव लखीमपुर खीरी जिले में शारदा नहर में फेंक दिया गया। बच्चे के परिवार ने मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने पर हंगामा किया और सकरन—सीतापुर मार्ग पर रास्ता जाम कर दिया।
पुलिस ने मामले में सभी चार अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया है जिन्होंने अपराध कुबूल भी कर लिया है।
अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि जिले के सकरन थाना क्षेत्र के सिरकिदा गांव से 12 साल का शिवांश लापता हो गया था। तीन सितंबर को शिवांश के चाचा शुभम मिश्रा ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए दो व्यक्तियों पर शक जताया था। आज लड़के की हत्या की खबर मिली।
उन्होंने बताया, ”जांच के बाद सिरकिडा गांव के रिंकू मिश्रा (22), अंकुर त्रिवेदी (25), लहरपुर कोतवाली क्षेत्र के पुनीत शुक्ला (20) और लखीमपुर खीरी जिले के गुलरिया गांव के 17 वर्षीय किशोर को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ के दौरान संदिग्धों ने शिवांश का फिरौती के लिए अपहरण करने और धन नहीं मिलने पर उसकी हत्या कर शव को शारदा नहर में फेंकने की बात स्वीकार की है।”
कुमार ने बताया कि अपहरण में इस्तेमाल की गई कार बरामद कर ली गई है और गोताखोरों और स्थानीय पुलिस की मदद से शव की तलाश जारी है।
इस बीच, बच्चे की हत्या की खबर मिलने पर उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने में हंगामा किया और सकरन-सीतापुर मार्ग पर रास्ता जाम कर दिया।
बच्चे के चाचा शुभम मिश्रा ने आरोप लगाया कि तीन सितंबर को शिवांश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी और पुलिस को अपहरणकर्ताओं और अपराध में इस्तेमाल की गई कार के बारे में बताया भी गया था। मगर पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि कार्रवाई नहीं होने पर वे बुधवार को थाने गये तो पुलिस अधिकारियों ने उन्हें डांटा। अगर सकरन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की होती, तो शिवांश की जान बचायी जा सकती थी।
भाषा सं सलीम
मनीषा
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