कन्नौज, दो सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में 15 वर्षीय लड़की से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के डीएनए नमूने का मिलान घटनास्थल से एकत्र किये गए नमूने से हो गया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने सोमवार को एक रिपोर्ट के हवाले से दी।
समाजवादी पार्टी (सपा) का पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव एक निजी शिक्षण संस्थान का प्रबंधन करता था और उस पर नौकरी दिलाने के बहाने नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने का आरोप है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (कन्नौज सदर) कमलेश कुमार ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि यादव के डीएनए नमूने का मिलान मामले में एकत्र किये गए डीएनए नमूने से हो गया है।
यादव से एकत्र नमूना 17 अगस्त को आगरा स्थित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) भेजा गया था।
पुलिस अधीक्षक (कन्नौज) अमित कुमार आनंद ने कहा, ‘मौके से एकत्र किए गए फोरेंसिक साक्ष्य को एफएसएल को भेजा गया था। एफएसएल की रिपोर्ट आ गई है और बलात्कार की पुष्टि हुई है।’ उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई की जा रही है।
सोलह अगस्त को चिकित्सकों के एक दल ने अदालत के आदेश के बाद यादव से डीएनए नमूना एकत्र किया था। नमूना जिला जेल में एकत्र किया गया था।
कुमार ने पहले कहा था कि अदालत की सुनवाई के दौरान, यादव ने अपना डीएनए नमूना देने पर सहमति व्यक्त की। कुमार ने कहा, ‘उनकी (यादव) सहमति के बाद, चिकित्सकों के साथ एक पुलिस दल नमूना एकत्र करने के लिए अनौगी में जिला जेल गया। नमूने को सील किया गया और विश्लेषण के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया गया।’
आनंद ने पहले कहा था कि पीड़िता की उसके अभिभावकों की सहमति से एक मेडिकल जांच की गई जिसमें बलात्कार की पुष्टि हुई।
पुलिस ने इस मामले में नाबालिग पीड़िता की बुआ को भी यादव की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
मामले का आरोपी नवाब सिंह पर 11/12 अगस्त की दरम्यानी रात को नौकरी देने के बहाने लड़की को अपने कॉलेज बुलाकर उससे बलात्कार करने का आरोप है। इस मामले में पीड़िता ने रात को ही डायल-112 पर फोन करके पुलिस को बुलाया था जिसने यादव को गिरफ्तार कर लिया था।
इस घटना को लेकर राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षी समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए यादव के समाजवादी पार्टी से संबंध होने का आरोप लगाया है। हालांकि, सपा ने आरोपी से खुद को अलग करते हुए कहा कि वह उसका सदस्य नहीं है और पिछले कुछ सालों से ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में शामिल है।
भाषा सं. सलीम मनीषा अमित
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