बुलंदशहर (उप्र), 25 अक्टूबर (भाषा) फिल्म अभिनेत्री और लोकसभा सदस्य कंगना रनौत द्वारा 2020-21 में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए उनके खिलाफ दायर एक मामले के सिलसिले में शुक्रवार को वह एमपी-एमएलए अदालत में पेश नहीं हुईं।
शिकायतकर्ता के वकील के अनुसार, अदालत ने अब दो नोटिस जारी किए हैं, जिसमें उन्हें 28 नवंबर को पेश होने का निर्देश दिया गया है।
यह मामला भारतीय किसान यूनियन (किसान शक्ति) के नेता गजेंद्र शर्मा ने दायर किया था, जिन्होंने आरोप लगाया था कि रनौत की टिप्पणी उन किसानों के प्रति अपमानजनक थी, जिन्होंने अब निरस्त किए जा चुके कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद के खिलाफ एमपी-एमएलए अदालत में याचिका दायर की, जिसमें रनौत द्वारा कथित तौर पर किसानों को “खालिस्तानी” और हाल ही में “बलात्कारी” और “हत्यारे” के रूप में संदर्भित की गई टिप्पणियों का हवाला दिया गया।
शर्मा के कानूनी प्रतिनिधि संजय शर्मा के अनुसार, अदालत ने रनौत को 25 अक्टूबर को पेश होने के लिए प्रारंभिक नोटिस जारी किया था।
अधिवक्ता ने कहा कि सांसद बनने से पहले की गई उनकी टिप्पणियों के जवाब में 19 सितंबर को सुनवाई शुरू की गई थी।
उन्होंने कहा कि अब मुंबई और हिमाचल प्रदेश के पते पर दो नोटिस जारी किए गए हैं, जहां रनौत सांसद के रूप में काम करती हैं।
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता शर्मा ने कहा, ‘हम उनके बयानों की निंदा करते हैं और जरूरत पड़ने पर इस मामले को उच्च न्यायालय में ले जाने का इरादा रखते हैं। यदि आवश्यक हो तो हम उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए तैयार हैं।’
भाषा
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