मेरठ में सारस की संख्या में वृद्धि, गणना का कार्य पूरा

मेरठ में सारस की संख्या में वृद्धि, गणना का कार्य पूरा

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  • Publish Date - June 22, 2024 / 05:31 PM IST,
    Updated On - June 22, 2024 / 05:31 PM IST

मेरठ (उप्र) 22 जून (भाषा) मेरठ में 20 जून से चल रही सारस गणना शुक्रवार को पूरी हो गई और उनकी संख्या में वृद्धि पायी गयी है। वन विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) राजेश कुमार ने बताया कि ग्रीष्मकालीन सारस गणना में मेरठ जनपद में 51 सारस देखे गये, जिनमें 47 व्यस्क एवं चार बच्चे हैं। उनके मुताबिक इससे पूर्व 2022 ग्रीष्मकालीन सारस गणना में इस जनपद में 47 सारस नजर आये थे एवं 2023 में 45 सारस देखे गये थे।

कुमार ने बताया कि पिछले सालों एवं इस साल में सारस मुख्य रूप से मालीपुर, भीकुण्ड (सराय खादर) द्रौपदी घाट, गणेशपुर चेतावाला मार्ग, सिकन्दरपुर वन ब्लाक में नजर आये।

डीएफओ के अनुसार एक जुलाई 2014 को सारस को राज्य पक्षी घोषित किया गया था। ‘सारस क्रेन’ प्रजाति ऐतिहासिक रूप से भारत के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी तराई क्षेत्रों में गंगा नदी के मैदानों में पाई जाती है। भारत में सारस क्रेन को पवित्र पक्षी माना जाता है एवं लोग इसे कभी नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।

भाषा सं आनन्द

राजकुमार

राजकुमार