बंद मकान में बन रहा था अवैध पटाखा, विस्फोट से दो की मौत, तीन गंभीर

बंद मकान में बन रहा था अवैध पटाखा, विस्फोट से दो की मौत, तीन गंभीर

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  • Publish Date - October 7, 2024 / 04:55 PM IST,
    Updated On - October 7, 2024 / 04:55 PM IST

गोंडा (उप्र) सात अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में सोमवार दोपहर बाद एक बंद मकान में अवैध रूप से पटाखा बनाते समय हुए विस्फोट हो गया जिससे इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य जख्मी हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने सोमवार को बताया कि तरबगंज थाना क्षेत्र के रगड़गंज गांव में आज दोपहर बाद मोहम्मद फारुख के बंद मकान में गांव के ही कुछ लोग अवैध रूप से पटाखा बना रहे थे।

उन्होंने बताया कि इस बीच पटाखा बनाते समय अचानक विस्फोट हो गया, जिसमें पांच लोग घायल हो गये। अधिकारी ने बताया कि उनकी पहचान इश्तियाक (40), अयास (17), कृष्ण कुमार (24), आकाश (15) और लल्लू (30) के रूप में की गयी है।

उन्होंने बताया कि सभी घायलों को तत्काल स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलसर ले जाया गया, जहां दो लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि शेष घायलों को उपचार के लिये राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय भेज दिया गया है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मरने वाले की शिनाख्त आकाश और लल्लू के तौर पर हुयी है।

अस्पताल में मौजूद डा. दीपक ने बताया कि सभी घायल 60 प्रतिशत से ज्यादा झुलसे हुए हैं और ऐसी दशा में उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर उपचार के लिए लखनऊ भेजा गया है।

प्रत्यक्षदर्शीयों क अनुसार जिस व्यक्ति के घर पर विस्फोट हुआ है, वह सपरिवार पंजाब के जालंधर में रहता है। उसके खाली पड़े आवास में गांव के ही कुछ लोग दीवाली के लिए पटाखा बना रहे थे, जिसमें अचानक विस्फोट हो गया।

उन्होंने कहा कि यह विस्फोट इतना भयानक था कि घर की दीवार ढह गई और आसपास के मकानों में भी दरारें आ गईं। उन्होंने बताया कि विस्फोट में जख्मी लोगों के हाथ-पैर के चीथड़े उड़ गए।

मौके पर मौजूद जायसवाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही श्वान दस्ता और फील्ड यूनिट के साथ प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और साक्ष्य संकलन करते हुए जांच शुरू कर दी गई है।

उन्होंने बताया कि घटना में जो भी दोषी पाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारी ने कहा कि राहत एवं बचाव जारी है।

भाषा सं जफर रंजन

रंजन