लखनऊ, 18 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा विभाग में व्याख्याताओं की पदोन्नति में अनियमितताओं के आरोपों का सामना कर रहे राज्य मंत्री आशीष पटेल ने बुधवार को कहा कि वह साजिशों से डर वाले नहीं हैं और उन्होंने सूचना विभाग के कनिष्ठ अधिकारियों पर मंत्रियों को बदनाम करने का आरोप लगाया।
अपना दल (कमेरावादी) की नेता एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर विधायक बनीं पल्लवी पटेल द्वारा कथित अनियमितताओं की जांच की मांग को लेकर विधानसभा परिसर में धरना दिए जाने के दो दिन बाद मंत्री की यह प्रतिक्रिया आई है।
सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर पोस्ट कर मंत्री पटेल ने कहा, ‘‘साजिशों के जाल बुनते रहिए, मैं डरने वालों में से नहीं हूं।’’
उत्तर प्रदेश विधानसभा परिसर में धरने का जिक्र करते हुए आशीष पटेल ने सवाल उठाया, ‘‘धरनारत विधायक के साथ धरने पर बैठे और किसी बाहरी व्यक्ति से लगातार निर्देश प्राप्त कर रहे दो व्यक्ति कौन थे, जो उस समय देर रात राज्य के सबसे सुरक्षित परिसर विधानसभा में मौजूद थे, जहां सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद परिंदा भी पर नहीं मार सकता? किस पुलिस अधिकारी ने सारे नियमों को ताक पर रख कर इन्हें विधानसभा परिसर में आने की अनुमति दी?’’
राज्य के सूचना विभाग पर आरोप लगाते हुए मंत्री ने कहा, ‘‘1700 करोड़ के बजट वाले राज्य के सूचना विभाग का काम माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथजी की अगुवाई वाली सरकारों की नीतियों, कार्यक्रमों की जानकारी आम जनमानस तक पहुंचाने की है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि विभाग के छोटे अधिकारी इसका उपयोग कर अपनी ही सरकार के मंत्रियों के मान मर्दन और चरित्र हनन में जुटे हैं। क्या इनका काम मंत्रियों पर झूठे आरोपों को रोकने के बजाय शह देना और अधूरे तथ्यों को उपलब्ध कराकर भ्रम पैदा कर खिलाफ में खबरें छपवाना है?’’
अक्टूबर में लखीमपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक योगेश वर्मा को एक वकील द्वारा थप्पड़ मारे जाने की घटना का जिक्र करते हुए आशीष पटेल ने कहा, ‘‘साजिश रचने वाले समझ लें, मैं माननीय विधायक योगेश वर्मा नहीं हूं, जो थप्पड़ खाने और अपमानित होने के बावजूद किसी मजबूरी में चुप रह गए। मैं सरदार पटेल का वंशज हूं। डरना नहीं मुकाबला करना मेरी फितरत में है। कोई कंकड़ फेंकेगा तो जवाब पत्थर से मिलेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ एक बात और कितनी भी साजिश रचें, चरित्रहनन की कोशिश करें, अपना दल (एस) सामाजिक न्याय से जुड़े मामले उठाते रहेगा। चाहे जो भी कीमत चुकानी पड़े, सामाजिक न्याय की आवाज बंद नहीं होगी। चाहे 69 हजार शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी का मामला हो या ऐसे ही अन्य मामले। हमारी पार्टी ने पूरी ताकत से अपनी बात रखी है और आगे भी उसी मजबूती से अपनी बात रखेंगे।’’
उन्होंने पोस्ट के अंत में कहा,
‘‘कुछ लोग जो खामोश हैं ये सोच रहे हैं,
सच बोलेंगे जब सच के जरा दाम बढ़ेंगे।’’
सोमवार देर रात तक विधानसभा परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठीं पल्लवी पटेल केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बड़ी बहन हैं और आशीष पटेल अनुप्रिया पटेल के पति हैं।
आरोप लगाया गया है कि प्राविधिक शिक्षा विभाग के अधीन राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में विभागाध्यक्षों की सीधी भर्ती करने के बजाय कॉलेजों में कार्यरत व्याख्याताओं को पदोन्नत कर विभागाध्यक्ष बना दिया है।
यह भी आरोप लगाया गया है कि अगर पदों को सीधी भर्ती के माध्यम से भरा जाता तो पिछड़े और दलित समुदायों के उम्मीदवारों को आरक्षण का लाभ मिलता।
मंत्री आशीष पटेल ने पहले आरोप लगाया था कि उनकी राजनीतिक रूप से ‘‘हत्या’’ करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने यह भी कहा था कि जिस दिन उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आदेश मिलेगा, वह बिना देर किए अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
अपना दल (सोनीलाल), भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का कए घटक दल है।
भाषा अभिनव जफर खारी
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