लखनऊ, 26 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को राजभवन में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित किया।
इन विभूतियों ने कला, संस्कृति, साहित्य, नाटक, खेल और बौद्ध एवं जैन दर्शन के क्षेत्र में अपने योगदान से प्रदेश और देश का गौरव बढ़ाया है।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि आज सम्मानित होने वाले लोग समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं और वे आने वाली पीढ़ी को यह संदेश देते हैं कि कठिन से कठिन लक्ष्य भी कड़ी मेहनत तथा लगन से हासिल किए जा सकते हैं।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इन विभूतियों से प्रेरणा लें और अपनी प्रतिभा को पहचानने तथा निखारने का प्रयास करें।
राज्यपाल ने कहा कि समाज में कलाकारों का सम्मान हमारी संस्कृति की पहचान है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। राज्य स्तर पर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के साथ ही बेहतर सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं, ताकि युवा अपनी प्रतिभा को निखार सकें और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर सकें।’’
उन्होंने कहा कि हर अभिभावक और शिक्षक का दायित्व है कि वे बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।
पटेल ने इस बात पर जोर दिया कि छोटे बच्चे किसी भी ज्ञान को आसानी से ग्रहण कर सकते हैं और सही मार्गदर्शन से वे राज्य तथा देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
भाषा सलीम खारी
खारी