गाजीपुर: Ghazipur Mental Hospital Siege : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में स्थित सहारा जन कल्याण मानसिक अस्पताल को सीज कर दिया गया है। इस अस्पताल को गाजीपुर के जमानिया क्षेत्र के मदनपुर गांव में बिना रजिस्ट्रेशन के चलाया जा रहा था। रविवार को एक युवा की इस अस्पताल में मौत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा एक्शन लिया है। एसडीएम अभिषेक कुमार ने मानसिक अस्पताल में उपचार के नाम पर बंद 6 मरीजों को बाहर निकलवा उन्हें परिजन के साथ घर भेज दिया है।
जमानिया एसडीएम अभिषेक कुमार ने बताया कि, स्वास्थ्य विभाग में अस्पताल का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। अस्पताल समिति के नाम पर चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नोटिस चस्पा करने की कार्रवाई की गई। इस फर्जी अस्पताल में बंद सभी मरीजों को मुक्त कराया गया है। प्रशासन की टीम जब अस्पताल पर कार्रवाई करने पहुंची तो वहां मरीजों के पैरों में लोहे की बेड़ियां लगीं मिलीं।
Ghazipur Mental Hospital Siege : बता दें कि, जिन कमरों में मरीजों को रखा गया था, वहां की स्थिति भी बड़ी असहज थी। तहखाने जैसी जगह में मरीजों को बंधक बनाकर रखा गया था। वहां ना तो धूप पहुंचती थी और न साफ हवा। मरीज के पैरों में नट-बोल्ट से कस कर लोहे की बेड़ियां लगाई गई थीं। एसडीएम के निर्देश पर अस्पताल संचालक के बेटे चंदन पाठक ने मरीजों के पैरों से बेड़ियों को खोला।
इसके बाद प्रशासन ने अस्पताल में बंद सभी 6 मरीजों के परिजनों से कहा कि, उन्हें अपने साथ ले जाएं। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉक्टर मुंशीलाल ने अस्पताल को सीज करवा दिया। उन्होंने संचालक के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मानसिक अस्पताल के संचालको को 24 घंटे में सभी दस्तावेजों के साथ अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनकल्याण मानसिक अस्पताल के भवन पर नोटिस भी चस्पा कर दी गई।
Ghazipur Mental Hospital Siege : आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, रविवार को उपचार के दौरान बिहार के कैमूर जिले के रहने वाले विकास कुमार की मौत हो गई थी। उनके पिता परमहंस राम ने तहरीर देकर पुलिस में इस घटना की शिकायत की थी। पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर मानसिक अस्पताल के संचालक विजय नारायण पाठक और उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ करने के साथ ही कानूनी कार्रवाई करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया था।