गाजियाबाद/मेरठ, (उप्र), आठ अक्टूबर (भाषा) पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ डासना मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद के कथित आपत्तिजनक बयान के विरोध में जारी देशव्यापी आंदोलन के बीच मंगलवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया और यहां ‘यूपी गेट’ पर दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाली सर्विस लेन को अवरुद्ध कर दिया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में 1 नामजद लोगों के साथ ही 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इस बीच, मेरठ पुलिस ने सोमवार को शहर के मुंडाली में यति नरसिंहानंद मामले में एक समुदाय विशेष द्वारा बिना अनुमति लाठी-डंडे लेकर जुलूस निकाल कर देश विरोधी व सांप्रदायिक नारे लगाने और पुलिस टीम पर पथराव करने के मामले में आज 15 लोगों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने इस मामले में मुंडाली थाने में 180 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जिसमें 30 नामजद और 150 अज्ञात हैं।
ट्रांस हिंडन के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) निमिष पाटिल ने बताया कि यूपी गेट पर हुए प्रदर्शन का आयोजन ‘विश्व शांति सद्भाव’ (डब्ल्यूपीसी) संगठन के अध्यक्ष हाजी शकील सैफी ने किया। प्रदर्शनकारी दिल्ली से गाजियाबाद की सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया क्योंकि उनके पास कोई अनुमति नहीं थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन ने जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे और यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए अपना आक्रोश प्रदर्शित कर रहे थे।
शकील सैफी ने यूपी गेट पर इंदिरापुरम के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) स्वतंत्र कुमार सिंह को एक ज्ञापन सौंपा।
पुलिस ने बताया कि जाकिर अली सैफी, दिलशाद अहमद, शकील अंसारी (डब्ल्यूपीसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) समेत 11 नामजद लोगों के साथ ही 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता ( बीएनएस) की धारा 223 (लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवज्ञा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
भाषा सं आनन्द शफीक
शफीक