फिरोजाबाद (उप्र), 17 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में पटाखा गोदाम एवं फैक्टरी में अचानक विस्फोट होने से एक बच्ची और एक महिला सहित चार लोगों की मौत हो गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि घटना में छह लोग घायल हुए हैं। घटना शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के नौशहरा इलाके में सोमवार रात को हुई।
सूचना पर पहुंची पुलिस व अग्निशमन दल के अधिकारियों ने राहत बचाव कार्य शुरू किया। शिकोहाबाद के उप ज़िलाधिकारी (एसडीएम) और पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया।
स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पहुंचे आगरा परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) दीपक कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘इमारत से अब तक लगभग 10 लोगों को निकाला गया है जिसमें से चार लोगों की मौत हुई है, जबकि छह घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’
कुमार ने कहा, ‘‘अब भी कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। दमकल विभाग के कर्मचारी एवं जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की टीम तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय से अधिकारी राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।’’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘घनी आबादी में किसी भी प्रकार के पटाखा गोदाम की अनुमति नहीं होती है। यह गोदाम घनी आबादी में कैसे संचालित हो रहा था, इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।’’
पुलिस के अनुसार, नौशहरा में भूरे खां नामक व्यक्ति द्वारा बड़े स्तर पर पटाखों का निर्माण किया जा रहा था। सोमवार रात लगभग साढ़े 10 बजे अचानक पटाखे के गोदाम में विस्फोट के साथ धमाके की आवाज हुई, जिससे पटाखा गोदाम की दीवारें ढह गईं और उसमें रह रहे एक ही परिवार के लगभग सात लोग मलबे में दब गए।
उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है जो जल्द मौके पर पहुंच रही है, जिससे कि राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाई जा सके। विस्फोट के कारण कई और मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं, ऐसे में घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार मृतकों की पहचान मीरा देवी (45),अमन (20), गौतम कुशवाहा (18) और कुमारी इच्छा (तीन) के रूप में हुई है।
धमाका इतना तेज था कि आसपास के लगभग एक दर्जन मकान विस्फोट की जद में आए, जिससे कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। धमाके की आवाज भी काफी दूर तक सुनी गई।
भाषा सं आनन्द सुरभि
सुरभि