अलीगढ़ (उप्र), 31 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में एक अतिथि संकाय सदस्य के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों के अनुसार यह घटना 11 जनवरी की रात को संकाय सदस्य एवं एएमयू सुरक्षा कर्मियों के बीच टकराव के दौरान हुई। सूत्रों के अनुसार एएमयू अधिकारियों ने इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए वर्तमान शैक्षणिक सत्र के लिए विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के अतिथि व्याख्याता, संकाय सदस्य अरिमंदन सिंह पाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच के बाद पाल को उनके शिक्षण कर्तव्यों से अस्थायी रूप से मुक्त करने का निर्णय लिया गया। सूत्रों के अनुसार इसकी पुष्टि एएमयू प्रवक्ता प्रोफेसर विभा शर्मा ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान की।
सूत्रों के अनुसार यह मामला तब सामने आया जब कांग्रेस के एक स्थानीय युवा नेता राजा भैया ने सिविल लाइंस पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज करायी और पाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा कि विवाद देखने वाले छात्रों के एक समूह ने पाल को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाने का प्रयास किया ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह शराब के प्रभाव में थे। सूत्रों ने बताया कि हालांकि, पाल कथित तौर पर जांच से पहले ही घटनास्थल से चले गए।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अभय पांडे ने पुष्टि की कि संकाय सदस्य पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और विश्वविद्यालय के अधिकारियों के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
भाषा सं आनन्द अमित
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