फतेहपुर: अलग-अलग प्रदेशों में इन दिनों बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित किये जा रहे है। (UP Board Students suicide) इन नतीजों में जहाँ अभ्यर्थियो को बेहतर अंक हासिल हो रहे हैं तो कई ऐसे भी हैं जिनके परिणाम उनके उम्मीदों के मुताबिक नहीं आ रहे हैं। ऐसे में असफल अभ्यर्थी निराश होकर आत्मघाती कदम भी उठा रहे हैं।
बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां भी एक छात्रा ने परिणाम घोषित होने के बाद निराश होकर फांसी लगा ली हैं। हालाँकि छात्रा मेधावी थी और वह शीर्ष सूचियों में भी शामिल रही। वह एक अन्य स्टूडेंट्स से तीन नंबरों से चूक गई और टॉपर नहीं बन पाई। इस परिणाम के बाद वह निराश रहने लगी थी और फिर कुछ दिनों बाद पेड़ पर फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। हैरान कर देने वाला यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जाफरगंज थाना क्षेत्र के पांडेपुर गांव का है। परिजनों ने इस मामले की सूचना पुलिस को दिए बिना ही छात्रा के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। पुलिस अब सूचना के बाद मामले की जाँच में जुट गई हैं।
क्या हैं घटना?
जानकारी के मुताबिक, जाफरगंज थाना क्षेत्र के पांडेपुर गांव निवासी योगेंद्र सिंह पेशे से किसान हैं। योगेंद्र सिंह की 16 वर्षीय बेटी साक्षी सिंह शुरू से ही पढ़ने में होशियार थी। साक्षी फिरोजपुर स्थित कृष्णा इंटर कॉलेज में 10वीं की छात्रा थी। छात्रा यूपी बोर्ड के सत्र 2023-24 के हाई स्कूल एग्जाम में शामिल हुई थी। बीते 20 अप्रैल को परीक्षा के परिणाम घोषित हुए थे। (UP Board Students suicide) साक्षी को 600 अंक में 575 नंबर मिले थे। वहीं इसी स्कूल की एक छात्रा ने साक्षी से 3 अंक ज्यादा प्राप्त कर स्कूल टॉपर बनी थी। स्कूल प्रबंधन ने दोनों मेधावी छात्राओं को सम्मानित भी किया था। तीन अंको से टॉपर न होने से साक्षी गुमसुम रहने लगी थी।
फांसी लगाकर की आत्महत्या
बताया जा रहा है कि सोमवार की देर रात घर के बगल में बने पशुबाड़े में खड़े नीम के पेड़ में फंदा लगाकर साक्षी ने आत्महत्या कर ली। सुबह जब परिजन पशुबाड़ा गए तो नजारा देखकर स्तब्ध रह गए। इस घटना से जहां पूरे गांव में मातम छा गया, वहीं छात्रा का शव फंदे में लटकता देख कर परिजनों की चीख निकल पड़ी।
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