fact check: 'मायावती बोलीं- सपा को हराना है..भले ही भाजपा को देना पड़े वोट', जानिए इस दावे का सच |

fact check: ‘मायावती बोलीं- सपा को हराना है..भले ही भाजपा को देना पड़े वोट’, जानिए इस दावे का सच

क्या बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा को हराने के लिए बीजेपी का साथ देने की बात कही है? सोशल मीडिया पर कुछ लोग एक अखबार की कटिंग के जरिये ऐसा ही दावा कर रहे हैं। इस खबर की हेडलाइन है, ‘बागी विधायक निलंबित, माया बोलीं- सपा को हराना है, भले ही भाजपा को देना पड़े वोट’।

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:19 PM IST, Published Date : January 22, 2022/3:17 pm IST

नई दिल्ली। क्या बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा को हराने के लिए बीजेपी का साथ देने की बात कही है? सोशल मीडिया पर कुछ लोग एक अखबार की कटिंग के जरिये ऐसा ही दावा कर रहे हैं। इस खबर की हेडलाइन है, ‘बागी विधायक निलंबित, माया बोलीं- सपा को हराना है, भले ही भाजपा को देना पड़े वोट’।

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एक ट्विटर यूजर ने इसे शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, “बसपा सुप्रीमो माननीया बहन मायावती जी जुबानी बयान सपा को हराना है, भले भाजपा को वोट देना पडे।” बहुत सारे लोग ऐसा समझ रहे हैं कि मायावती ने ये बयान हाल-फिलहाल में ही यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर दिया है।

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सोशल मीडिया पर वायरल ये खबर अक्टूबर 2020 की है, जब मायावती ने 7 बागी विधायकों को सपा से साठगांठ का आरोप लगाते हुए पार्टी से निलंबित कर दिया था। इसी वजह से उन्होंने उस वक्त एमएलसी चुनावों में सपा को हराने के लिए बीजेपी का साथ देने की बात कही थी। हाल-फिलहाल में उन्होंने ऐसा कोेई बयान नहीं दिया है।

जिन विधायकों को मायावती ने 2020 में निलंबित किया था, उन पर राज्यसभा चुनाव में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार रामजी गौतम का विरोध करने का आरोप लगा था। ‘द हिंदुस्तान टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मायावती ने आरोप लगाया था कि ये विधायक पैसों और सपा द्वारा दिए गए टिकट के लालच में आकर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो गए थे।

इसी वजह से मायावती ने नाराज होकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा था और सपा से गठबंधन को एक बड़ी भूल बताया था। उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान एनडीए को हराने के लिए उन्होंने सपा से हाथ मिलाया था लेकिन चुनाव के बाद सपा के लोग उन्हें अनदेखा करने लगे। मायावती ने यहां तक कहा था कि अब एमएलसी चुनावों में वो सपा को बुरी तरह हराएंगी और इसके लिए उन्हें बीजेपी या किसी अन्य पार्टी के प्रत्याशी को वोट देना पड़े तो वो भी देंगी।

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हाल-फिलहाल में मायावती ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है कि सपा को हराने के लिए अगर उन्हें बीजेपी को भी वोट देना पड़ा तो देंगी, अगर उन्होंने ऐसा कुछ कहा होता, तो इसे लेकर हर जगह चर्चा होती। साफ है कि मायावती के एक पुराने बयान को अभी का बताते हुए पेश किया जा रहा है।