गोरखपुर (उप्र) तीन मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार में बिना किसी भेदभाव के सभी को योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अच्छी सरकार की प्राथमिकता सभी की सेवा करना है और लोगों से आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर मोदी सरकार का समर्थन करने का आह्वान किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार विकास और गरीबों के कल्याण दोनों पर ध्यान केंद्रित करती है, सुरक्षा, आजीविका और आस्था के सम्मान में समृद्धि सुनिश्चित करती है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने रविवार को गोरखपुर के ताल नदोर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के पहले पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास करने के बाद कहा कि जब अच्छी सरकार होती है तो वह जनता जनार्दन को सिर-माथे पर बैठाकर सेवा करती है।
भूमि पूजन एवं शिलान्यास के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा, ”जब अच्छी सरकार होती है तो वह जनता जनार्दन को सिर-माथे पर बैठाकर सेवा करती है।”
बयान में कहा गया है कि 80 एकड़ में बनने वाले इस महाविद्यालय के निर्माण पर करीब 350 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा ”पिछली सरकारों में लोगों को गुंडे-माफिया तबाह करते थे। योजनाओं का लाभ चंद लोगों को मिलता था और बाकी जनता देखती रह जाती थी। आज ‘डबल इंजन’ सरकार में ऐसा नहीं है।”
उन्होंने कहा, ”हर किसी को योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव मिल रहा है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज के नए भारत की ताकत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। ऐसी सरकार कभी नहीं आई।”
उन्होंने कहा कि इसे जारी रखते हुए लोकसभा चुनाव में ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ तथा ‘अबकी बार चार सौ पार’ के नारे को साकार करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ताल नदोर में बनने वाला पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय को भविष्य में विश्वविद्यालय बना दिया जाएगा तथा इस महाविद्यालय में पशुओं के इलाज के साथ नस्ल सुधार के कार्य भी होंगे।
गोरखपुर के विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो खाद कारखाना कांग्रेस सरकार में बंद हो गया था, उसे मोदी सरकार ने शुरू करा दिया।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर में एम्स बन गया है तथा लिंक एक्सप्रेस वे चालू होने वाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गीडा में बड़े पैमाने पर उद्योग लगने से पांच हजार युवाओं को यहीं रोजगार मिल गया है।
भाषा आनन्द नोमान
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