वाराणसी, सात दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘डबल इंजन’ की सरकार का संकल्प है कि हर हाल में बेटी और उसके सम्मान की रक्षा करना है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पिंडरा स्थित नेशनल इंटर कॉलेज में आयोजित 401 जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित करते हुए योगी ने 2014 से अब तक प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लाए गए परिवर्तनकारी बदलावों का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में जिस ‘नए भारत’ का निर्माण हुआ, उसमें महिलाओं के लिए सम्मानजनक स्थान बना है।
आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शुरू की गयी ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पहल का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ इसने बेटियों को देश भर में हर क्षेत्र में आगे बढ़ने और अपनी प्रतिभा साबित करने में सक्षम बनाया है। हमारी बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा और सशक्तीकरण हमारी सर्वोच्च जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना इस दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है, जो महिलाओं की गरिमा और सामाजिक कल्याण के समर्थन के लिए सामूहिक प्रयास का प्रतीक है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियां जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में नेतृत्व प्रदान कर सकती हैं और इसीलिए हर घर में शौचालय निर्माण, नारी गरिमा का प्रतीक बना है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान में कहा कि आदित्यनाथ ने नवविवाहित जोड़ों पर फूल बरसाए, उन्हें आशीर्वाद दिया और उनके समृद्ध वैवाहिक जीवन की कामना भी की।
उन्होंने कहा कि हर घर में शौचालय का निर्माण जैसी पहल महिलाओं की गरिमा का प्रतीक बन गई है, जबकि पीएम-मुख्यमंत्री आवास योजना महिलाओं के गौरव को दर्शाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ उज्ज्वला योजना के माध्यम से निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना हानिकारक धुएं से होने वाले नुकसान को कम करके बहनों और बेटियों के स्वास्थ्य की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इस पहल से देश भर के 10 करोड़ परिवारों को लाभ मिला है, जिसमें उत्तर प्रदेश के लगभग दो करोड़ परिवार शामिल हैं।’’
आदित्यनाथ ने कहा कि सामूहिक विवाह का यह आयोजन संदेश दे रहा है कि हम सब सामूहिक रूप से मिलकर सामाजिक कुरीति पर जोरदार प्रहार कर सकते हैं। यह कार्यक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वैवाहिक बंधन में बंध रहे 401 वर-वधू का संकल्प महान, अभिनंदनीय और सराहनीय है।
उन्होंने बाल विवाह और दहेज मुक्त विवाह के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा कि कई बार दहेज रूपी दानव अनेक परिवारों के सामने संकट खड़ा करता है। दहेज के कारण बेटियों का विवाह तय नहीं हो पाता है। ऐसे में उन सबसे अलग हटकर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से यह प्रयास प्रारंभ हुआ है। जिन युवाओं ने इस कार्यक्रम से खुद को जोड़ा है, वे और उनके अभिभावक अभिनंदन के पात्र हैं।
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सं, राजेंद्र, रवि कांत रवि कांत