उत्तर प्रदेश : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे जारी हो चुके हैं। नतीजों के सामने आने के बाद जहाँ सफल अभ्यर्थियों के बीच ख़ुशी का माहौल है तो वही नाकाम रहे स्टूडेंट्स निराश भी हैं। इन नतीजों ने कई स्टूडेंट्स और उनके परिजनों पर मुस्कान लाने का काम किया है। इसमें कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने कई मुश्किलों का सामना करते हुए मंजिल पाई है। इनमें से ही एक हैं उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के कुरावली कस्बे के रहने वाले सूरज तिवारी। सूरज एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं। उनके पिता दर्जी का काम करते हैं। (Divyang Suraj ne Pass kiya UPSC Exam) सूरज यूपीएससी परीक्षा पहले अटेम्पट में पास की है। उन्हें 917 रैंक मिली है।
ऑस्ट्रेलियाई अखबारों में छाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पहले पन्ने पर छपी तस्वीर
सूरज एक दिव्यांग हैं। लेकिन वह ऐसे बचपन से नहीं थे। साल 2017 में उनके साथ एक भयानक हादसा हुआ। सूरज का ट्रेन एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें उन्होंने अपने दोनों पैर और एक हाथ और दूसरे हाथ की दो अंगुलियां खो दिया। हालांकि उन्होंने कभी कमजोर आर्थिक स्थिति और अपनी दिव्यांगता को अपनी मंजिल के रास्ते की बाधा नहीं बनने दिया।
कर्नाटक में ‘नफरत का बाजार’ बंद करने की कवायद शुरू, सिद्धारमैय्या सरकार ने लिया बड़ा एक्शन
सूरज तिवारी की इस उपलब्धि से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। आसपाए के लोग, रिश्तेदार और मित्र परिवार को बधाइयां दे रहे हैं। (Divyang Suraj ne Pass kiya UPSC Exam) सूरज के पिता कहते हैं, ”मुझे यकीन ही नहीं हो रहा कि बेटे ने यह सफलता हासिल कर ली है।”