लखनऊ, 17 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को बिजली विभाग से संबंधित मामलों पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद सपा सदस्यों ने नियम-56 के तहत बिजली विभाग के मामलों को लेकर सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने की मांग की।
सपा सदस्य ओमप्रकाश सिंह, नफीस अहमद, आरके वर्मा और कांग्रेस की आराधना मिश्रा ने सरकार पर बिजली आपूर्ति और इससे संबंधित अन्य सेवाओं में अक्षमता का आरोप लगाया।
ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बेहतर आपूर्ति और कर्मचारी हितों का दावा करते हुए उपलब्धियां बताई जिससे असंतुष्ट सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
ओम प्रकाश सिंह ने ऊर्जा मंत्री अरविंद शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि ”बिजली मंत्री जब किताब पढ़े तो गुजरात चले गये और अब हम लोगों को तंग करने आये हैं।”
शर्मा भारतीय प्रशासनिक सेवा के गुजरात कैडर के 1988 बैच के अधिकारी थे।
विधान परिषद के सदस्य शर्मा पर पुन: तंज करते हुए उन्होंने कहा, ”चुनाव लड़कर आएंगे तो समझ में आएगा।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी माने जाने वाले शर्मा को लेकर सिंह ने कहा, ”आप नेता सदन (योगी आदित्यनाथ) से कुछ सीखिए, हम समझ रहे हैं कि आपकी वकालत कहीं और से है।”
शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा, ”मैं सबसे कम दिल्ली जाने वाले नेताओं में हूं और हमारे व मुख्यमंत्री जी के बीच मंथरा (झगड़ा लगाने वाला) वाला काम न किया जाए।”
उन्होंने कहा, ”मैं जो भी करता हूं मुख्यमंत्री जी के आदेश से करता हूं।”
भाषा आनन्द नोमान
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