नवाचार के लिए विकसित किये जाएं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस : योगी आदित्यनाथ

नवाचार के लिए विकसित किये जाएं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस : योगी आदित्यनाथ

  •  
  • Publish Date - December 30, 2024 / 11:05 PM IST,
    Updated On - December 30, 2024 / 11:05 PM IST

लखनऊ, 30 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि वर्तमान में तेजी के साथ प्रौद्योगिकी बदल रही है, ऐसे में बदलती प्रौद्योगिकी और वैश्विक बाजार के अनुसार नवाचार को विकसित किया जाए।

सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी ने ‘यूपी इनोवेशन फंड’ (यूपीआईएफ) को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की।

बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘वर्तमान में तेजी के साथ प्रौद्योगिकी बदल रही है। ऐसे में बदलती प्रौद्योगिकी और वैश्विक बाजार के अनुसार नवाचार को विकसित किया जाए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए जरूरी है कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाए। साथ ही सभी तीनों प्राविधिक विश्वविद्यालय में नवाचार की आवश्यकता के अनुसार सेंटर की स्थापना की जाए। इसके लिए सरकार द्वारा उन्हें धनराशि उपलब्ध कराई जाई।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सरकार के पास धन की कमी नहीं, उधर युवा के पास नवाचार के विचार तो हैं, लेकिन धन की कमी है। ऐसे में विश्वविद्यालय के माध्यम से छात्रों को धनराशि उपलब्ध कराई जाए। इससे आने वाले समय में नये-नये नवाचार सामने आएंगे।’’

योगी ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के तीनों प्राविधिक विश्वविद्यालय को नवाचार से जोड़ने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालयों को भी प्रेरित करने के निर्देश दिये।

बयान के अनुसार योगी के निर्देश पर दो वर्ष पहले स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए 400 करोड़ के अंशदान को स्वीकृति दी गयी थी जबकि निवेश प्रबंधक को 1200 से 3600 करोड़ का अंशदान करना था।

इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार और निवेश प्रबंधक के अंशदान को बराबर करने पर विचार होना चाहिए जिससे प्रदेश में नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।

भाषा सं आनन्द खारी

खारी