भाजपा के दलित नेता ने अपनी ही पार्टी के विधायक से जान को खतरा होने का आरोप लगाया

भाजपा के दलित नेता ने अपनी ही पार्टी के विधायक से जान को खतरा होने का आरोप लगाया

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  • Publish Date - January 8, 2025 / 12:56 AM IST,
    Updated On - January 8, 2025 / 12:56 AM IST

पीलीभीत (उप्र) सात जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक दलित नेता ने अपनी ही पार्टी के विधायक से जान का खतरा होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को यहां जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

वहीं विधायक ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि नेता सस्ती लोकप्रियता के लिए दूसरों के इशारे पर काम कर रहे हैं।

भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की पीलीभीत जिला इकाई के अध्यक्ष और कल्याणपुर नौगवा गांव की प्रधान के पति शांति स्वरूप सोनकर ने मंगलवार को समर्थकों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

कल्याणपुर नौगवा गांव में बन रहे आरसेटी सेंटर (ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान) पर बढ़ते विवाद को लेकर शांति स्वरूप सोनकर ने बरखेड़ा क्षेत्र के भाजपा विधायक स्वामी प्रवक्ता नन्द (जयद्रथ) पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनसे अपनी जान को खतरा बताया और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।

भाजपा दलित नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उनके आरोप को गंभीरता से लेकर जिलाधिकारी संजय सिंह ने अपने स्तर पर जांच करने का आश्वासन दिया है।

सोनकर ने आरोप लगाया कि विधायक की ससुराल इसी गांव में है और वह सेंटर की आड़ में अपने रिश्तेदारों को लाभ दिलाने के लिए दबाव बना रहे हैं।

वहीं विधायक प्रवक्तानंद ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उन पर आरोप लगाने वाले शांति स्वरूप से आज तक उनकी कोई बात ही नहीं हुई, ऐसी स्थिति में उनका आरोप ही झूठा है।

विधायक ने शांति स्वरूप पर सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसी के इशारे में काम कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि सेंटर का निर्माण उनके प्रयास से हो रहा है और इसमें सभी का हित जुड़ा है।

जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि बरखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड मरौरी के ग्राम कल्याणपुर नौगवां में 2.5 करोड़ की लागत से आरसेटी सेंटर निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा विस्थापित ग्रामीणों का पुनर्वास शीघ्र कराया जायेगा और इसमें किसी भी ग्रामीण को किसी भी तरह की कोई समस्या नही होने दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि उक्त प्रकरण की जांच उप जिलाधिकारी (सदर) को सौंपी गई है।

भाषा सं आनन्द सिम्मी

सिम्मी