उत्तर प्रदेश विधान परिषद की रिक्त दो सीटों के लिए भाजपा प्रत्‍याशियों ने किया नामांकन

उत्तर प्रदेश विधान परिषद की रिक्त दो सीटों के लिए भाजपा प्रत्‍याशियों ने किया नामांकन

उत्तर प्रदेश विधान परिषद की रिक्त दो सीटों के लिए भाजपा प्रत्‍याशियों ने किया नामांकन
Modified Date: May 18, 2023 / 12:55 pm IST
Published Date: May 18, 2023 12:55 pm IST

लखनऊ, 18 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश विधान परिषद की रिक्त दो सीटों के लिए बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों ने नामांकन किया।

भाजपा ने विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य के इस्तीफे और बनवारी लाल दोहरे के निधन से रिक्त हुई दो सीटों के लिए अपने प्रत्याशी उतारे हैं। पार्टी ने मानवेंद्र सिंह और पदमसेन चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

लक्ष्मण आचार्य कुछ समय पहले सिक्किम के राज्यपाल बनाए गए थे। आचार्य का कार्यकाल जनवरी 2027 तक और दोहरे का कार्यकाल छह जुलाई 2028 तक था।

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दो सीटों पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना 11 मई को जारी की गई थी और बृहस्पतिवार को नामांकन पत्र दाखिल करने का आखिरी दिन है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नामांकन पत्रों की जांच 19 मई को की जाएगी और 22 मई नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है।

उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मतदान 29 मई को होगा और नतीजे उसी दिन आ जाएंगे।

विधान भवन सभागार में बृहस्पतिवार को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में सिंह और चौधरी ने नामांकन किया।

विधान परिषद की इन दो सीटों पर मतदान 29 मई को होगा और उसी दिन शाम तक परिणाम आने की संभावना हैं।

भाजपा ने 100 सदस्यीय उच्च सदन के चुनाव के लिए पदमसेन चौधरी और मानवेंद्र सिंह के नामों की घोषणा की है, जहां भाजपा को पर्याप्त बहुमत प्राप्त है।

मानवेंद्र सिंह दो बार विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं और उन्होंने पार्टी के कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के प्रमुख के रूप में भी काम किया है। पदमसेन पूर्व सांसद रह चुके हैं और बहराइच के मूल निवासी हैं।

इन सीटों पर विधानसभा के सदस्‍य ही मतदान करेंगे और विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के बहुमत में होने के कारण पार्टी के इन दोनों प्रत्‍याशियों की जीत तय मानी जा रही है।

उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के 255 विधायक हैं, उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के विधायकों की संख्या 13 है। भाजपा की एक अन्‍य सहयोगी निषाद पार्टी के छह विधायक हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) के 109 विधायक हैं जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के नौ विधायक हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के छह विधायक हैं, कांग्रेस और जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के दो-दो विधायक हैं और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास विधानसभा में एक सदस्य है।

भाषा जफर सुरभि

सुरभि


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