जन्माष्टमी समारोह के लिए सजी भगवान कृष्ण की जन्मस्थली

जन्माष्टमी समारोह के लिए सजी भगवान कृष्ण की जन्मस्थली

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  • Publish Date - August 25, 2024 / 11:27 PM IST,
    Updated On - August 25, 2024 / 11:27 PM IST

मथुरा (उप्र), 25 अगस्त (भाषा) भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी के भव्य समारोह की तैयारियां रविवार को जोरों पर रहीं। मंदिरों को सजाया गया है और भक्तों के लिए व्यवस्था की गई है।

श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया, ‘वैदिक मंत्रोच्चार और शंख और ढोल की नाद के बीच, राधा-कृष्ण और अन्य देवताओं की पोशाक पहने पुजारियों की एक शोभायात्रा सोमवार को निकाली जाएगी।’

उन्होंने कहा कि इन पोशाकों को विभिन्न मंदिरों में रखा जाएगा और सोमवार की सुबह इनका उपयोग किया जाएगा।

शर्मा ने कहा, ‘गर्भगृह मंदिर को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिसे ‘कंस के कारागार’ के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।’

उन्होंने कहा कि यह भगवान कृष्ण के जन्म के समय ‘द्वापर युग’ में व्याप्त स्थितियों को प्रदर्शित करने का प्रयास है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि अतीत में जुलूसों के दौरान लाउडस्पीकर के उपयोग, विशेष रूप से जब वे अन्य समुदायों के धार्मिक स्थलों से गुजरते हैं तब विवाद उत्पन्न होते हैं।

प्रेस को जारी बयान के अनुसार, आदित्यनाथ ने अधिकारियों को किसी भी अप्रिय घटना या संघर्ष से बचने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने और स्थिति से संवेदनशीलता से निपटने के निर्देश दिए।

इससे पहले, श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने घोषणा की कि कृष्ण जन्मस्थान मंदिर 26 अगस्त को 20 घंटे के लिए खुला रहेगा जिससे भक्त निर्बाध दर्शन कर सकेंगे। मंदिर आमतौर पर 12 घंटे के लिए खुला रहता है।

संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि मंदिर में उत्सव सुबह 5.30 बजे ‘मंगला आरती’ और ‘पंचामृत अभिषेक’ तथा देवता की ‘पुष्पांजलि’ के साथ शुरू होगा। संत नृत्य गोपाल दास की अगुवाई में मध्य रात्रि का ‘महा अभिषेक’ समारोह रात 11 बजे शुरू होगा और रात 12.40 बजे तक चलेगा, जिसका समापन भोर दो बजे ‘शयन आरती’ के साथ होगा।

उन्होंने बताया कि इस दिन दो प्रमुख जुलूस और एक आध्यात्मिक शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी जो शहर के प्रमुख बाजारों से गुजरेगी।

उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा के मुख्य अधिशासी अधिकारी एसबी सिंह ने कहा, ‘देश के विभिन्न हिस्सों से आए प्रसिद्ध कलाकारों का जुलूस आज ‘जन्मस्थान’ से शुरू हुआ।’

उन्होंने कहा कि यह मथुरा के विभिन्न हिस्सों से गुजरा।

वृंदावन में आगरा की मंडल आयुक्त ऋतु माहेश्वरी ने हाल ही में घोषणा की थी कि भीड़भाड़ के कारण किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए जन्माष्टमी की रात ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में ‘मंगल आरती’ में केवल 1,000 भक्तों को शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।

उन्होंने कहा था कि भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबंध लगातार दूसरे वर्ष भी जारी रखे जा रहे हैं।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गत 16 अगस्त को निर्देश दिया था कि जन्माष्टमी समारोह के दौरान वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में होने वाली प्रार्थनाओं का सिविल न्यायाधीश, मथुरा के परामर्श से सीधा प्रसारण किया जाए।

नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने कहा कि साफ-सफाई बनाए रखने के लिए 22 त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) बनाए गए हैं, जिनमें से 14 टीमें मथुरा में और आठ वृंदावन में तैनात हैं।

उन्होंने कहा, ‘ये टीमें सुनिश्चित करेंगी कि श्रद्धालुओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग साफ-सुथरे रहें और कूड़े का ढेर न लगे। भंडारे (सामुदायिक भोज) की अनुमति केवल सख्त शर्तों के तहत दी जाएगी, ताकि गंदगी न फैले।’

श्रीकृष्ण जन्मस्थान क्षेत्र रंगीन रोशनी से जगमगा रहा है और यह रास लीला देखने या मंदिरों में पूजा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मथुरा में न केवल मंदिर बल्कि प्रमुख चौराहे भी रंगीन रोशनी से जगमगा रहे हैं।

श्रीकृष्ण जन्मस्थान के ट्रस्टी गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने कहा कि जैसे ही श्रद्धालु पवित्र शहर में प्रवेश करेंगे, उन्हें जन्माष्टमी के उत्सव का एहसास होगा।

भाषा सं सलीम नोमान

नोमान