बरेली, 21 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में बारादरी और भोजीपुरा पुलिस की संयुक्त टीम ने अपहरण के एक मामले का पर्दाफाश करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया और जनपद बांदा से अपहृत हरीश कटियार को सकुशल मुक्त करा लिया।
पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान दो गाड़ियां, 10 मोबाइल फोन, गोला-बारूद और कारतूस भी जब्त किए हैं।
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि 19 जनवरी को बारादरी क्षेत्र में किरण कटियार ने अपने पति हरीश कटियार के अपहरण के संबंध में शिकायत दर्ज करवाई थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने पूरे मामले की गहन जांच की। सोमवार 20 जनवरी को रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पर भोजीपुरा क्षेत्र के मियांपुर गांव में एक घर पर दबिश देकर हरीश कटियार को मुक्त कराया गया।
आर्य ने बताया कि अपहरणकर्ता हरीश कटियार को एक कमरे में बंद करके रखे हुए थे। इस दौरान उनकी निगरानी मकान मालिक उदित और उमाशंकर कर रहे थे। पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने अपहरण के एवज में फिरौती वसूलने की साजिश रची थी।
उन्होंने बताया कि हरीश के मिलने के बाद पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाईं। रात करीब 11 बजे घुरसमसपुर रोड पर पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की गाड़ियों को घेर लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि खुद को घिरता देख आरोपियों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीन अपहरणकर्ता-अंकित उर्फ विनीत, शाहिद और वीरु उर्फ वीरपाल घायल हो गए। इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि अभियुक्तों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने इस अपहरण की योजना काफी पहले बनाई थी। मुख्य आरोपी अनूप कटियार ने अपने भाई हरीश कटियार से पहले भी पैसे उधार लिए थे और आर्थिक संकट में फंसे होने के कारण इस बार फिरौती के लिए उनका अपहरण किया।
अनूप ने बताया कि उसने अपने साथियों अंकित, शाहिद, खेमेंद्र, वीरु, रजत और ललित के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया। आरोपियों ने बताया कि वे पहले हरीश को चित्रकूट ले जाने की योजना बना रहे थे।
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