लखनऊ/बहराइच, 15 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी इलाके में सोमवार दोपहर को सांप्रदायिक हिंसा बढ़ने पर वाहनों में आग लगाने वाली उग्र हिंसक भीड़ को पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पिस्तौल लहराते हुए खदेड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अमिताभ यश के हस्तक्षेप से स्थिति में सुधार हुआ और दंगाई दोबारा वापस नहीं लौटे।
महसी तहसील के महाराजगंज इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान राम गोपाल मिश्रा (22) की हत्या के बाद जिले में तनाव बढ़ गया, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अमिताभ यश सहित शीर्ष अधिकारियों को बहराइच भेजा।
सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें खूब वायरल हुईं, जिनमें यश को हाथ में पिस्तौल लिए कुछ लोगों को खदेड़ते हुए देखा गया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “चारों तरफ से भीड़ जमा हो गई थी। एक जगह पर दो मोटरसाइकिल जला दीं गयीं जबकि दूसरी जगह पर दो अन्य वाहन जला दिए गए। यहीं पर अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने कदम बढ़ाया और नशे में धुत असामाजिक तत्वों का पीछा किया।”
अमिताभ यश रात में भी पुलिसकर्मियों के साथ स्थिति का जायजा लेने के लिए सड़क के उसी हिस्से पर गए।
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी ओपी सिंह ने सांप्रदायिक दंगों को रोकने के लिए नेतृत्व के महत्व और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
ओपी सिंह ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “आगे आकर नेतृत्व करना बहुत महत्वपूर्ण है। जब पुलिस का कोई वरिष्ठ अधिकारी बल का नेतृत्व करता है तो वह पूरे तंत्र को सक्रिय कर देता है और आप कानून-व्यवस्था की स्थिति को बहाल करने की कोशिश में जुट जाते हैं। और यही हुआ।”
उप्र के एक अन्य पूर्व डीजीपी और भाजपा के राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने कहा कि जब अधिकारी नेतृत्व करता है तो बल का मनोबल बढ़ता है।
अभिताभ यश ने बताया कि घटना में लिप्त उपद्रवियों की धरपकड़ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि उपद्रवियों का इतिहास खंगालने के लिए अतिक्ति टीम लगायी गयी है। वहीं उपद्रवियों के पिछले इतिहास को खंगालने के साथ-साथ उनके मुकदमों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पूरे शहर के साथ प्रभावित इलाकों में लगातार गश्त लगाई जा रही है।
बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि अब तक 52 उपद्रवियों को जेल भेजा जा चुका है।
उन्होंने बताया कि सोमवार और मंगलवार को 26-26 उपद्रवियों को जेल भेजा गया।
शुक्ला ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में उच्च अधिकारियों के साथ लगातार गश्त की जा रही है।
भाषा आनन्द अरुणव जितेंद्र
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