आजम का ‘इंडिया’ गठबंधन पर ‘रामपुर के विनाश’ पर चुप्पी साधने का आरोप,सपा जिला इकाई में मतभेद उभरे

आजम का ‘इंडिया’ गठबंधन पर 'रामपुर के विनाश' पर चुप्पी साधने का आरोप,सपा जिला इकाई में मतभेद उभरे

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  • Publish Date - December 12, 2024 / 08:18 PM IST,
    Updated On - December 12, 2024 / 08:18 PM IST

रामपुर (उप्र), 12 दिसंबर (भाषा) सीतापुर की जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खां द्वारा विपक्ष के ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) पर रामपुर के कथित ‘दमन’ और ‘विनाश’ पर चुप्पी साधने का आरोप लगाने के बाद सपा की स्थानीय इकाई के भीतर दरार बढ़ती जा रही है।

सपा के जिलाध्यक्ष अजय सागर के लेटर हेड पर पिछली 10 दिसंबर को एक संदेश लिखा गया था जिसे पूर्व मंत्री आजम खां का संदेश बताया गया था। इस संदेश ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।

खां फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद वर्तमान में सीतापुर जेल में बंद हैं।

सपा जिलाध्यक्ष के लेटर हेड पर जारी संदेश में खां ने ‘इंडिया’ गठबंधन की कड़ी आलोचना की है और आरोप लगाया कि वह रामपुर के कथित विनाश के दौरान मूक दर्शक बना रहा और इस मुद्दे को उस तत्परता से उठाने में विफल रहा जैसा कि उसने संभल के मामले में किया था।

उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन ने रामपुर में मुस्लिम नेतृत्व द्वारा सामना किए जा रहे दमन को नजरअंदाज किया और वह मुस्लिम राजनीतिक शक्ति को कमजोर करने में भागीदार रहा।

खां ने पत्र में ‘इंडिया’ गठबंधन से इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि अगर मुसलमानों के मताधिकार की अवहेलना की गई या उनका शोषण किया गया, तो यह समुदाय को अपने राजनीतिक भविष्य पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर करेगा।

खां ने पत्र में कहा, ”रामपुर को नष्ट कर दिया गया है और इसके मुस्लिम नेतृत्व को व्यवस्थित रूप से समाप्त किया जा रहा है।”

उन्होंने कहा, ”इंडिया गठबंधन को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, क्योंकि चुप्पी मुसलमानों को यह सवाल करने पर मजबूर करेगी कि उनका वोट देने का अधिकार बना रहना चाहिए या नहीं।”

खां ने मौजूदा स्थिति की निंदा करते हुए कहा कि इबादतगाहों को ‘विवादित’ बनाया जा रहा है और मुसलमानों को ‘असहाय और अलग-थलग’ छोड़ दिया गया है।

हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व ने इस संदेश पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन इसने समाजवादी पार्टी की रामपुर इकाई के भीतर तनातनी पैदा कर दी है।

सपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मशकूर अहमद मुन्ना ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखकर आजम खां को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है। मुन्ना ने खां पर पार्टी के मामलों को व्यक्तिगत बनाने का आरोप लगाया और कहा कि उनके कार्यों से पार्टी के भीतर मतभेद पैदा हो रहे हैं।

मुन्ना ने बृहस्पतिवार को मीडिया से बात करते हुए रामपुर में नए नेतृत्व की मांग की। उन्होंने खां के नेतृत्व की आलोचना की और दावा किया कि क्षेत्र में पार्टी का प्रभाव काफी कम हो गया है।

मुन्ना ने कहा, ”रामपुर में अब कोई संगठन नहीं है। अगर सब कुछ एक व्यक्ति और उसके परिवार के हाथों में है तो पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती।”

उन्होंने नेतृत्व में बदलाव की मांग करते हुए कहा, ”हम इस एकाधिकार से छुटकारा पाना चाहते हैं।”

मुन्ना ने दावा किया कि जिले से पार्टी के करीब 50 लोगों का एक समूह क्षेत्र में नेतृत्व परिवर्तन की मांग के लिए पार्टी अध्यक्ष से मिलने की योजना बना रहा है।

इस बीच, सपा जिलाध्यक्ष अजय सागर ने कहा कि उन्हें मुन्ना की मांगों के बारे में जानकारी नहीं है।

सागर ने कहा कि रामपुर में सपा इकाई एकजुट है और आजम खां के समर्थन में है।

उन्होंने कहा, ”पार्टी के किसी भी सदस्य की अपनी निजी राय हो सकती है। मुझे जिले में पार्टी इकाई की ओर से ऐसी कोई मांग देखने को नहीं मिली है।”

भाषा सं. सलीम नोमान

नोमान